बेमेतरा: बेमेतरा में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण शिवनाथ, सुरही और हाफ नदियां उफान पर है. हजारों एकड़ में धान और सब्जी की फसल बर्बाद हो गई है. कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिससे गांवों का संपर्क टूट गया है. बेमेतरा जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम हालातों का जायजा ले रही है.
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और पीजी कॉलेज परिसर में घुसा पानी: बेमेतरा में भारी बारिश से हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, पीजी कॉलेज परिसर में पानी भर गया है. मानपुर, विद्या नगर, मोहभट्टा, कोबिया, सिंघौरी वार्डो में पानी निकासी की कोई व्यवस्था न होने से जलजमाव हो गया है.
जिला मुख्यालय से कई गांवों का टूटा संपर्क: नांदघाट के पास आने वाला करमसेन, धनगांव गांव के पास झिलगाकांपा, दाढ़ी के पास पंचभैया, साजा के पास दहीमही गांव के सभी रास्ते बंद हो गये है. यहां गांव टापू बन गए हैं. बारिश के कारण बेरला, अमोरा मार्ग सहित कई रोड बंद हो गए है. नवागढ़ बस स्टैंड तालाब बन गया है.
बिरनपुर शक्तिघाट में शीतला मंदिर में बाढ़ जैसे हालात: जिले के अंतिम छोर में बसे बिरनपुर शक्ति घाट के शीतला मंदिर में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. साजा के एडीएम विश्वास राव मस्के ने बताया कि साजा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले पलेनी, चिचगांव, बलगेडी, देउरगांव, कजरा बाढ़ की चपेट में है. इन इलाकों के लोगों को रेस्क्यू कर गांव से बाहर निकाला गया. लोगों को दूसरे गांव के आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों में ठहरने की व्यवस्था की गई. बेमेतरा पुलिस प्रशासन और रेस्क्यू टीम भी गांव जाकर हालातों का जायजा ले रही है.
कलेक्टर ने की लोगों से अपील: बेमेतरा कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने जिले में बारिश और बाढ़ के मद्देनजर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने कहा है कि सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर राहत पहुंचाना है. कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि सड़क और पुलिया सावधानी से पार करें. पालतू जानवर को खुले में छोड़ें. नदी-नाले और बांध के पास न जाएं. बाढ़ के पानी से खाना न पकाएं. बाढ़ का पानी ना पीएं. जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए कंट्रोल रूम बनाकर आपात स्थिति की जानकारी देने के लिए एक फोन नम्बर जारी किया है. ये नंबर 07824-222103 है.