बेमेतरा : जिले में जहां एक ओर कोरोना संक्रमण का कहर है, वहीं दूसरी ओर धान और सोयाबीन की फसलों पर कीट व्याधा ब्लास्ट और माहों कीट का प्रकोप है, जिससे किसान परेशान नजर आ रहे हैं. किसानों को कीटनाशी और रस चूसक दवाओं का फसलो में छिड़काव करना पड़ रहा है. किसानों की मांग पर कलेक्टर शिव अनन्त तायल ने उप संचालक कृषि के माध्यम से एक आदेश जारी कर लॉकडाउन की अवधि में कृषि केंद्र के संचालन के लिए सुबह 6 बजे से लेकर 11 बजे तक की अनुमति दी है.
बेमेतरा जिला में बड़े तादाद में धान और सोयाबीन की फसल होती है, जिले में इस बार मौसम में लगातार परिवर्तन की वजह से फसलों में फफूंद जनित बीमारी और कीटों का प्रकोप अत्यधिक है, जिसे लेकर किसान परेशान नजर आ रहे हैं. लॉकडाउन की अवधि में कीटनाशकों के दुकान बंद कर दिए जाने से किसान परेशान थे. इसके बाद कृषि विभाग के माध्यम से किसानों ने कलेक्टर तक अपनी बात रखी, जिसके बाद कलेक्टर शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर कृषि केंद्र की दुकानों के संचालन के लिए सुबह 6:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक के समय की अनुमति दी है.
दुकान खुलने से कृषकों को मिलेगी राहत
कृषि केंद्र की दुकानों के खुल जाने के बाद किसानों को कृषि दवाई उपलब्ध हो सकेंगी, जिसके छिड़काव से खेतों में कीट बीमारी और माहों का प्रकोप कम हो सकेगा. बता दें कि पहले ही लगातार बारिश से किसानों की सोयाबीन की फसल बर्बाद हो गई थी. वहीं देरी से बोई गई सोयाबीन और धान में बीमारी और कीट का प्रकोप है, जिसके लिए कृषि दवाई का छिड़काव जरूरी हो गया है.
कृषि विभाग ने दी किसानों को सलाह