बेमेतरा: ग्रामीण बैंक की शाखा से फर्जी केसीसी लोन के जरिए किसानों का 99 हजार निकालने का केस सामने आया था. 3 साल बाद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब हुई है. पुलिस ने इस बैंक के मैनेजर सहित 4 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
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ग्रामीण बैंक शाखा बालसमुंद में 7 दिसंबर 2017 को प्रार्थी रामरतन यादव, बाहर बोर्ड एवं अन्य किसानों ने थाना बेमेतरा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपियों ने वर्ष 2014 में ग्रामीण बैंक में किसानों के कृषि भूमि खसरा नंबर एवं रकबा 6.97 हेक्टेयर का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक में प्रस्तुत कर 99 हजार रुपये निकाल लिया है. पुलिस ने इसमें आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी.
4 आरोपी पहले ही गिरफ्तार
प्रकरण में विवेचना के दौरान पूर्व में ही बैंक मैनेजर सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 2 आरोपी फरार थे जिनकी पतासाजी की जा रही थी. एसपी दिव्यांग पटेल के निर्देश पर पुलिस टीम लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी.मुखबिर की सूचना पर हरदेव कुर्रे को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी पर वर्ष 2014 में ग्रामीण बैंक शाखा बालसमुंद से किसान गंगाप्रसाद सतनामी सखी नवागांव की कृषि भूमि का उल्लेख कर केसीसी ऋण 99हजार निकालने का आरोप है.
एक की तलाश जारी
बैंक से कर्ज निकालकर प्राप्ति एवं अन्य किसानों के साथ धोखाधड़ी किया गया था. पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर सत्र न्यायालय में पेश किया. इस मामले में एक फरार आरोपी की लगातार तलाश की जा रही है. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली राजेश मिश्रा, संदीप साहू, जितेंद्र वर्मा, गजेंद्र पाल बार्गो, प्रवीण वर्मा, नागेश सिंह की टीम शामिल थी.