जगदलपुर : मौसम विभाग ने 8 से 10 जून के बीच मानसून के बस्तर पहुंचने की संभावना जताई है. एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिलने वाली है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम की आधी-अधूरी तैयारी से बरसात में राहगीरों की मुसीबत बढ़ने वाली है. दरअसल, मानसून से पहले निगम प्रशासन को शहर में पाइप लाइन बिछाने के साथ ही ड्रैनेज व्यवस्था को दुरुस्त करना था. लेकिन तय समय पर काम पूरा नहीं सका, जिसकी वजह से शहर में जगह-जगह खोदे गए गड्ढे और बड़े नालों की साफ-सफाई नहीं होने से आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मानसून से निपटने निगम की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं. हालांकि निगम अधिकारियों और महापौर ने डुबान प्रभावित इलाकों का दौरा किया. वहीं निगम की महापौर का दावा है कि डुबान का असर ज्यादा नहीं होगा, निगम की ओर से मानसून से निपटने की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इधर ठीक मानसून के पहले पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कों में खोदे गए गड्ढे लोगों की मुसीबत बढ़ा सकते हैं.
बरसात में इस बार भी करीब आधा दर्जन सड़कें और 5 से ज्यादा वार्ड में जलभराव की समस्या हो सकती है. शहर के छत्रपति शिवाजी वार्ड, सनसिटी, राजेंद्र नगर वार्ड, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, रमैया वार्ड में पानी भरने की वजह से रास्ता जाम हो जाता है. कई वार्डों में तो लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है. निगम की ओर से निजी कॉलोनियों के निर्माण की दी गई अनुमति की वजह से शहर के कई इलाके बारिश के मौसम में डूब क्षेत्र में तब्दील हो जाते हैं.
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'नगर निगम ने नहीं की कोई खास तैयारी'
रमैया वार्ड के पार्षद और बीजेपी नेता योगेंद्र पांडे का कहना है कि बरसात के दिन आते ही शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति हो जाती है. निगम की तरफ से पहले ही तैयारी की जानी चाहिए थी, लेकिन उस हिसाब से काम नहीं हुआ है. उनका कहना है कि नगर निगम ने इस बार भी मानसून से पहले कोई खास तैयारी नहीं की है.