बलौदा बाजार: पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला पंचतत्व में विलीन हो गई हैं. मंगलवार को बलौदाबाजार के रायपुर रोड स्थित शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार किया गया. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता करुणा शुक्ला सोमवार को कोरोना से जिंदगी की जंग हार गई थी. रायपुर के एक निजी अस्पताल में करुणा शुक्ला ने अंतिम सांस ली. करुणा शुक्ला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी थी.
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
करुणा शुक्ला का जन्म एक अगस्त, 1950 को ग्वालियर में हुआ था. भोपाल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद करुणा ने राजनीति में कदम रखा. पहली बार करुणा शुक्ला 1993 में विधायक चुनी गई थी. उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा में रहते हुए बेस्ट विधायक का खिताब भी मिला था. 2004 के लोकसभा चुनाव में करुणा भाजपा के टिकट पर जांजगीर से सांसद चुनी गईं, लेकिन 2009 के चुनावों में करुणा कांग्रेस के चरणदास महंत से हार गईं. उस चुनाव में छत्तीसगढ़ में करुणा ही भाजपा की अकेली प्रत्याशी थी, जो चुनाव हारी थी.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला के निधन पर बीजेपी ने जताया दुख
करुणा शुक्ला भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रही हैं. 32 साल भाजपा में रहने के बाद उन्होंने अचानक कांग्रेस का दामन थाम लिया था. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में करुण शुक्ला ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने जताया दुख
करुणा शुक्ला के निधन की खबर आते ही छत्तीसगढ़ के राजनीति गलियारे में शोक की लहर थी. कांग्रेस नेताओं के साथ ही बीजेपी नेताओं ने भी करुणा शुक्ला के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि अपने नाम के अनुरूप ही वे करुणा की मूर्ति थीं. राजनीति से अलग करुणा जी का स्नेह हम सबको प्राप्त था.
- भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि पूर्व सांसद करुणा शुक्ला के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ. वे श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की भतीजी थीं और दशकों से जनसेवा का कार्य कर रही थीं. मां बम्लेश्वरी उन्हें अपनी श्री चरणों में स्थान दें.
- भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने करुणा शुक्ला के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है.
- सीएम भूपेश बघेल ने लिखा मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं. निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया. राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे और उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति.
- स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने लिखा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद करुणा शुक्ला जी के कोरोना के कारण निधन के समाचार से बहुत दुखी हूं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और प्रियजनों एवं समर्थकों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें.