बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ सरकार ने फसलों के बचाव के उद्देश्य से रोका-छेका अभियान का शुभारंभ किया है, लेकिन नगर पंचायत भटगांव में गौठान नहीं होने के कारण इसका पालन नहीं हो रहा है और मवेशी इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं. जिसकी वजह से अभी भी मवेशियों के सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होने का खतरा बना हुआ है, साथ ही आने-जाने वाले राहगीर भी हादसे का शिकार हो सकते हैं.
बिलाईगढ़ ब्लॉक के नगर पंचायत भटगांव में गौठान की कमी की वजह से रोका-छेका अभियान का असर नहीं दिख रहा है, हालांकि भटगांव में कांजी हाउस के लिए स्वीकृत 5 लाख रुपए से अस्थायी गौठान तो बनाया है, लेकिन यहां भारी अव्यवस्था है.
![Cattle roaming on road](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/05:11:19:1593949279_cg-blb-bilaigarh-01rokaachekaapuritarhsefail-avb-cgc10083_05072020164450_0507f_1593947690_947.jpg)
अस्थायी गौठान का बुरा हाल
जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते मानसून आने के बाद भी अब तक अस्थायी गौठान की छत नहीं बनी है. साथ ही बारिश की वजह से गौठान में पूरी तरह कीचड़ भरा हुआ है. इसके अलावा पीने के लिए पानी की भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे हालातों में मवेशियों को रखना उचित नहीं है. यही कारण है कि मवेशी इधर-उधर सड़कों पर घूमते नजर आते हैं और सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं.
ट्रक की चपेट में आने से हुई थी 7 मवेशियों की मौत
बता दें कि तीन दिनों पहले ही दुमहानी गांव में ट्रक ने 7 मवेशियों को अपनी चपेट में ले लिया था. हादसे में मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस घटना के बावजूद अभी भी जिम्मेदार अधिकारियों का सुस्त रवैया नजर आ रहा है. मवेशी मेन रोड हो या बस स्टैंड या अन्य स्थान खुले में ही घूम रहे हैं. जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है.
गौठान के लिए राशि का है इंतजार
इस मामले पर नगर पंचायत सीएमओ प्रदीप मिश्रा ने बताया कि गौठान बनाने के लिए शासन से राशि की मांग की गई है. जैसे ही राशि मिलती है, गौठान का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि अस्थायी रूप से गौठान बनाया गया, जहां हमारे कर्मचारी इधर-उधर घूमने वाले मवेशियों को यहां लाकर रख रहे हैं.
सड़कों के बजाय गौठान में नजर आएंगे
शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा-गरवा-घुरवा-बारी का महत्वपूर्ण हिस्सा गौठान है, लेकिन राशि की कमी होने के कारण अब तक इसका निर्माण नहीं हो पाया है. अब देखना ये होगा कि कब तक गौठान के लिए राशि स्वीकृत हो पाती है और कब तक इसका निर्माण हो पाता है, क्योंकि इसके बाद मवेशी सड़कों के बजाय गौठान में नजर आएंगे.