बलौदाबाजार : कसडोल में शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जहां स्कूल में स्वीपर पद में किसी के नियुक्त नहीं होने बावजूद उसका वेतन लगातार विभाग में आ रहा है. विभाग के ही लोग आपस में मिलीभगत कर दो वर्षों तक वेतन डकारते रहे. मामला सामने आने पर विभाग ने सारी रकम प्रशासन के खाते में वापस डाल दी.
प्राथमिक शाला अमोदी में चंदराम यादव स्वीपर के पद पर पदस्थ था, जिसने 2017 में इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से ही स्कूल में स्वीपर की नियुक्ति नहीं हुई थी, लेकिन इस पद से लिए वेतन लगातार आता रहा,जिसे बाबू दिनेश अनंत और तात्कालिक बीईओ केएन वर्मा ने साठ-गांठ कर दो साल तक ये रकम लेते रहे. स्कूल प्रबंधन ने 2018 में स्वीपर की नियुक्ति के लिए पत्र लिखा था, जिस पर कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई थी. बरहाल स्कूल के बच्चे ही मजबूरन सफाई के काम में जुट गए थे.
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मामले का खुलासा होने पर विभाग ने बाबू को बचाने के लिए चालान के माध्यम से तीन महीने के वेतन की रकम प्रशासन के खाते में लौटा दी थी, इस पूरे मामले पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई किए जाने की बात कही है.