बालोद: कोरोना संकट काल में जहां कई जगहों पर संसाधनों के अभाव का रोना-रोया जा रहा है. वहीं बालोद जिले में एक जगह ऐसी भी है, जहां पर जुगाड़ का कमाल देखने को मिल रहा है. बालोद नगर के वार्ड क्रमांक एक और वार्ड क्रमांक 20 के वार्डवासियों ने एक ऐसा जुगाड़ किया है, जो कोरोना वायरस से लड़ने में काफी कारगर साबित हो रहा है. इस तरह वार्डवासियों ने आपदा में अवसर भी खोज लिया है. इसमें जिला एवं सत्र न्यायालय के एक अधिवक्ता दीपक सामतकर का भी अहम योगदान है.
सोशल मीडिया में वायरल हुए एक वीडियो से प्रेरणा लेते हुए अधिवक्ता दीपक सामतकर ने एक तरकीब सोची. इसकी जानकारी वार्ड पार्षदों को दी. सभी की सहमति बनी और कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए एक नींव रखी गई. छोटे-छोटे संसाधन जुटाए गए. उसके बाद एक कला मंच का चयन कर वहां सेटअप लगाया गया, जिसमें एक गैस का सिलेंडर, एक बड़ा कुकर, स्टील पाइप और कुछ रस्सियों के माध्यम से एक भाप मशीन तैयार किया गया है.
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रोजाना भाप लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है
रोजाना भाप लेने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है. इसलिए इस भाप मशीन की चर्चा दूर तक फैली और अब हर घंटे लोग यहां भाप लेने दूर-दूर से आ रहे हैं. कुछ लोग तो ऐसे हैं, जो रोजाना 1 घंटे का समय निकालकर यहां भाप लेने पहुंच रहे हैं. पार्षद का कहना है कि प्रत्येक परिवार इसमें हिस्सेदारी बने तो इस तरह का मशीन और तैयार किया जाए. वहीं अधिवक्ता दीपक सामतकर ने बताया कि इस मशीन से भाप लेने से काफी अच्छा अनुभव होता है. आयुर्वेद में भी इसे माना है. इसके साथ ही गिलोय से ये लोग काढ़ा भी तैयार कर रहे हैं, जो इम्यूनिटी पावर को बढ़ाता है. उसे खाली पेट में सुबह वार्ड वासियों को बांटा जा रहा है.
आपदा में अवसर
भाप मशीन की चर्चा पूरे शहर में हो रही है. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. बालोद में मशीन से भाप देने के साथ मुफ्त में आयुर्वेदिक औषधियों का काढ़ा बनाकर पिलाया जा रहा है. वहीं भाप लेना तो एक सामान्य सी प्रक्रिया है. कुकर में पानी चढ़ा कर गैस से हवा बनाई जा रही है. साथ ही सीधे उसे नाक और मुंह के पास आसानी से भेजा जा रहा है. बच्चों से लेकर हर उम्र के लोग भाप लेने पहुंच रहे हैं. इसका एक बड़ा उद्देश्य यह है कि हम कोरोना वायरस से अस्पतालों में लड़ने के बजाय अपने घरों में पहले लड़े. हम सब मिलकर इस भयानक बीमारी को मात दे सकते हैं.