बालोद: पूरे देश में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस (PM Narendra Modi birthday) मनाया जा रहा है. लेकिन भारतीय छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) ने इसे बालोद में बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान उन्होंने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है. दरअसल एनएसयूआई के कार्यकर्ता आज बालोद शहर के विभिन्न स्थानों पर जूता पॉलिश करने बैठ गए. उनका कहना है कि हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किया था. परंतु आज भी वे उन वादों को निभा पाने में असमर्थ हैं. केवल जुमले वादे करके युवाओं को गुमराह करने की कोशिश उनके द्वारा की जा रही है जिसका हम सब विरोध कर रहे हैं.
'मोदी के शासनकाल में बढ़ी बेरोजगारी'
एनएसयूआई द्वारा लोगों के जूते पॉलिश कर यह संदेश दिया गया कि, वह सब बेरोजगार हैं और पढ़ लिखकर उन्हें किसी तरह का रोजगार नहीं मिल पा रहा है तो वह जूते पोलिश करके गुजारा करने की जुगत में लगे हुए हैं. साथ ही एनएसयूआई द्वारा यह दलील भी दी गई कि केंद्र सरकार तो कहती है कि पकौड़े तलो. यह तो क्या हम सब पढ़ लिखकर पकोड़े तलें क्या हमें सक्षम रोजगार केंद्र सरकार नहीं दे सकती. यहां निजी एवं शासकीय सेक्टरों में प्रत्येक वर्ष करोड़ों लोगों की नौकरियां जा रही है. आखिर एक पढ़ा-लिखा युवक पढ़ाई करने के बाद किसके पास हाथ फैलाए. यहां तो कोई भी नौकरी देने में सक्षम नहीं है. केंद्र सरकार की नीति यह दर्शाती है कि नरेंद्र मोदी के साथ वर्षों के कार्यकाल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी है.