बालोद: कोरोना वायरस संक्रमण के बीच फाइनल ईयर के छात्रों का जीवन अधर में लटक गया है. हाल के दिनों में UGC (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) ने गाइडलाइन जारी कर स्पष्ट किया है कि कॉलेज और विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं होंगी, जिसके बाद से इसका कई राज्यों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी विरोध हो रहा है. इसी कड़ी में घनश्याम सिंह गुप्त शासकीय महाविद्यालय के सामने NSUI के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने UGC से जारी गाइडलाइन की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है.
बता दें, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया गया था, लेकिन फाइनल ईयर के स्टूडेंट के लिए परीक्षा की बात कही जा रही थी. अब UGC की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद स्पष्ट हो गया है कि अंतिम वर्ष की परीक्षा होगी, जिसके बाद से इसका लगातार विरोध हो रहा है.
जनरल प्रमोशन की मांग
NSUI कार्यकर्ताओं का कहना है कि, कोरोना के इस समय में सरकार को छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि नई गाइडलाइन के तहत इस कोविड-19 काल में भी छात्र-छात्राओं को UGC परीक्षा देने के लिए मजबूर कर रही है. जबकि आज पूरे देश में रोजाना 20 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. इसी के मद्देनजर NSUI कार्यकर्ताओं की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और इस अभियान में छात्र सभी ईयर के स्टूडेंट्स को जनरल प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं.
गाइडलाइन की प्रतियों को जलाकर प्रदर्शन
NSUI जिलाध्यक्ष कुलदीप यादव का कहना है कि जो UGC की नई गाइडलाइन आई है. उसके तहत सितंबर में छात्र-छात्राओं को एग्जाम देना पड़ेगा. इसका NSUI पूरी तरीके से विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को गाइडलाइन की प्रतियों को जलाकर NSUI के पदाधिकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया है.
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जिले में NSUI के कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं ज्यादा से ज्यादा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में अपलोड कर रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि छह महीने की फीस को माफ किया जाए. इस तरह पहली बार सोशल मीडिया से हटकर इन पदाधिकारियों ने प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया है. साथ ही NSUI के जिलाध्यक्ष ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार वे अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि जब तक UGC अपना आदेश वापस नहीं लेती तब तक वे प्रदर्शन करते रहेंगे.
बड़े प्रदर्शन की तैयारी में NSUI
बता दें कि, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने परीक्षा के आयोजन के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया या स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP एसओपी) जारी कर दिए हैं, जिसके बाद से विरोध तेज हो गया है. जानकारी के मुताबिक NSUI जल्द ही किसी बड़े प्रदर्शन का आयोजन भी कर सकती है.