बालोद: बालोद जिले के ग्राम झलमला में साहू समाज के भवन के लोकार्पण पर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी पहुंचे थे. जहां उन्होंने भवन का लोकार्पण करने के साथ ही सभा को संबोधित किया. जिसके बाद मीडिया से चर्चा में वे सतनामी समाज के शिकायत पर सफाई देते देखे.
उन्होंने कहा कि 'किसी समाज को ठेस पहुंचाना मेरा उद्देश्य नहीं था. मैं तो समाज की व्यवस्थाओं की बारे में बता रहा था, अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो इसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं'. उन्होंने यह भी कहा कि 'मैं खुद भी गुरु घासीदास बाबा का परम भक्त हूं और सतनामी समाज से मेरा विशेष प्रेम है'.
लोकार्पण में पहुंचे सांसद ने इससे पहले मंदिर जाकर मां गंगा मैया के दर्शन किए और रिबन काटकर सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया जिसके बाद मां कर्मा की आरती में भी वह शामिल हुए इस दौरान उनके साथ समाज के प्रबुद्ध जन भी मौजूद रहे.
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ये था पूरा मामला
⦁ जिला सतनामी समाज की ओर से लिखित शिकायत में कहा गया था कि जिला सतनामी समाज के पदाधिकारी और समाज के लोग उस आयोजन में मौजूद थे. जो सांसद के बयान से नाराज हैं.
⦁ सांसद मोहन मंडावी की ओर अपने सार्वजनिक भाषण में कहा गया था कि 'सतनामी समाज जूता बनाने वाला समाज है.'
⦁ इस वक्तव्य को सतनामी समाज ने सांसद की कुंठित मानसिकता और सामाजिक भेदभाव को दर्शाने वाला बताया था.
⦁ सतनामी समाज के सभी लोगों ने कहा था कि, 'सांसद के यह शब्द सतनामी समाज को अपमानित करने की नियत से कहे गए हैं. समाज में उनके खिलाफ आक्रोश की भावना है जिसके कारण ही जिला पुलिस अधीक्षक से मामला पंजीबद्ध कर उचित कार्रवाई करने की मांग भी कि गई थी.'