ETV Bharat / state

आखिर क्यों बालोद में जारी हुआ हाई अलर्ट ?

बालोद ने सर्व आदिवासी समाज और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्यों ने जेल भरो आंदोलन (Jail Bharo movement of all tribal society in Balod ) किया.

Jail Bharo movement of all tribal society in Balod
आखिर क्यों बालोद में जारी हुआ हाई अलर्ट
author img

By

Published : Jun 17, 2022, 5:58 PM IST

बालोद : छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना(Chhattisgarhia Kranti Sena in Balod ) ने 3 मुद्दे को लेकर बालोद जिला मुख्यालय में जेल भरो आंदोलन (Demand for the arrest of Baba Balak Das in Balod) किया. जहां पर सर्व आदिवासी समाज अपने आराध्य बूढ़ादेव मंदिर परिसर से निकले और पूरे शहर का भ्रमण किया. किसी तरह की कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात रही. पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पूरे शहर में चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. शहर में सीधे प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया था. पहले पूरे शहर में आदिवासी समाज के लोगों ने रैली निकाली.इसके बाद बाबा बालक दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. उनके ऊपर गांजा तस्कर जैसे संगीन आरोप भी लगाए गए.

बालोद में सर्व आदिवासी समाज का जेल भरो आंदोलन


क्या है समाज की मांग : पूर्व केंद्रीय अरविंद नेताम (Former Central Arvind Netam) ने जानकारी देते हुए बताया कि ''हमारे जेल भरो आंदोलन के पीछे का 3 उद्देश्य हैं. इसमें प्रमुख रूप से जामड़ी पाटेश्वर धाम के प्रमुख बाबा बालकदास की गिरफ्तारी, सिलगेर गोली कांड और हसदेव अभयारण्य में पेड़ों की कटाई ये तीन मुद्दे हैं.''

बाबा पर लगे संगीन आरोप : बाबा बालक दास पर सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक सोहन पोटाई (Sohan Potai the patron of all tribal society) जमकर बरसे. पोटाई ने कहा कि ''बाबा बालक दास ही मुख्य षड्यंत्रकारी और मुख्य आरोपी है. बड़े बाबा के देहांत के बाद उन्होंने ही आदिवासी समाज को शुद्धिकरण के नाम से लगभग ₹65000 दिए और जब समाज ने रीति नीति निभाई तो उन्होंने उल्टा वहां पर अपने लोगों को तलवार डंडों से लैस होकर भेजा. बाबा बालक दास ने ही वहां पर दंगा कराया उस घटना के बाद से बालोद जिले में यह तनाव की स्थिति निर्मित हुई है.''

क्या है पूरा विवाद: दरअसल कुछ दिन पहले हुए तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद अब आदिवासी समाज बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. यही वजह है कि बड़े स्तर पर जेल भरो आंदोलन किया जा रहा है. सर्व आदिवासी समाज के जेल भरो आंदोलन को लेकर अन्य जिले से भी पुलिस फोर्स पहुंची हैं. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. बैरिकेड्स के साथ तार और 12 फिट के टिन सेड भी लगाए गए हैं. जिला मुख्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया है. जेल भरो आंदोलन के लिए सरदार पटेल मैदान में अस्थाई जेल बनाया गया है.

ये भी पढ़ें- बालोद में व्यापारियों और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के बीच झड़प, वीडियो वायरल

हजारों लोगों ने दी गिरफ्तारी : सर्व आदिवासी समाज के महिलाएं पुरुष युवतियों ने पूरे शहर में भ्रमण निकाला और उसके बाद सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान पहुंचकर सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी. इस दौरान पुलिस विभाग की टीम भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रही. पूरी मॉनिटरिंग जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित दुर्ग रेंज के आईजी स्वयं जिला मुख्यालय में मौजूद रहे. दिन भर यह प्रक्रिया चलती रही. खबर लिखे जाने तक लोगों की गिरफ्तारी चलती (Jail Bharo movement of all tribal society in Balod ) रही.

बालोद : छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना(Chhattisgarhia Kranti Sena in Balod ) ने 3 मुद्दे को लेकर बालोद जिला मुख्यालय में जेल भरो आंदोलन (Demand for the arrest of Baba Balak Das in Balod) किया. जहां पर सर्व आदिवासी समाज अपने आराध्य बूढ़ादेव मंदिर परिसर से निकले और पूरे शहर का भ्रमण किया. किसी तरह की कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात रही. पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पूरे शहर में चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. शहर में सीधे प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग को बंद कर दिया गया था. पहले पूरे शहर में आदिवासी समाज के लोगों ने रैली निकाली.इसके बाद बाबा बालक दास के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. उनके ऊपर गांजा तस्कर जैसे संगीन आरोप भी लगाए गए.

बालोद में सर्व आदिवासी समाज का जेल भरो आंदोलन


क्या है समाज की मांग : पूर्व केंद्रीय अरविंद नेताम (Former Central Arvind Netam) ने जानकारी देते हुए बताया कि ''हमारे जेल भरो आंदोलन के पीछे का 3 उद्देश्य हैं. इसमें प्रमुख रूप से जामड़ी पाटेश्वर धाम के प्रमुख बाबा बालकदास की गिरफ्तारी, सिलगेर गोली कांड और हसदेव अभयारण्य में पेड़ों की कटाई ये तीन मुद्दे हैं.''

बाबा पर लगे संगीन आरोप : बाबा बालक दास पर सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक सोहन पोटाई (Sohan Potai the patron of all tribal society) जमकर बरसे. पोटाई ने कहा कि ''बाबा बालक दास ही मुख्य षड्यंत्रकारी और मुख्य आरोपी है. बड़े बाबा के देहांत के बाद उन्होंने ही आदिवासी समाज को शुद्धिकरण के नाम से लगभग ₹65000 दिए और जब समाज ने रीति नीति निभाई तो उन्होंने उल्टा वहां पर अपने लोगों को तलवार डंडों से लैस होकर भेजा. बाबा बालक दास ने ही वहां पर दंगा कराया उस घटना के बाद से बालोद जिले में यह तनाव की स्थिति निर्मित हुई है.''

क्या है पूरा विवाद: दरअसल कुछ दिन पहले हुए तुएगोंदी के ग्रामीणों और जामड़ी पाटेश्वर धाम के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद अब आदिवासी समाज बाबा बालक नाथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. यही वजह है कि बड़े स्तर पर जेल भरो आंदोलन किया जा रहा है. सर्व आदिवासी समाज के जेल भरो आंदोलन को लेकर अन्य जिले से भी पुलिस फोर्स पहुंची हैं. पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. बैरिकेड्स के साथ तार और 12 फिट के टिन सेड भी लगाए गए हैं. जिला मुख्यालय पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया है. जेल भरो आंदोलन के लिए सरदार पटेल मैदान में अस्थाई जेल बनाया गया है.

ये भी पढ़ें- बालोद में व्यापारियों और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के बीच झड़प, वीडियो वायरल

हजारों लोगों ने दी गिरफ्तारी : सर्व आदिवासी समाज के महिलाएं पुरुष युवतियों ने पूरे शहर में भ्रमण निकाला और उसके बाद सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान पहुंचकर सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी दी. इस दौरान पुलिस विभाग की टीम भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रही. पूरी मॉनिटरिंग जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित दुर्ग रेंज के आईजी स्वयं जिला मुख्यालय में मौजूद रहे. दिन भर यह प्रक्रिया चलती रही. खबर लिखे जाने तक लोगों की गिरफ्तारी चलती (Jail Bharo movement of all tribal society in Balod ) रही.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.