बालोद: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम कुर्दी के ग्रामीणों एवं पंचायत ने संयुक्त रूप से मिलकर बड़ा फैसला लिया है. जो अन्य पंचायतों और प्रदेश सहित केंद्र की सरकारों को प्रेरणा दे रही है. इस गांव के लोगों ने युवा पीढ़ी को गलत दिशा में जाने से रोकने के लिए कठोर निर्णय लिए हैं. आज गांव गांव में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है, ऐसे में इस गांव ने फैसला लिया कि यदि गांव में कोई भी व्यक्ति अवैध शराब बेचता है, तो उसे भविष्य में 10000 रुपए दंड और उनसे अवैध रूप से शराब खरीदने वाले को 15000 रुपए दंड का प्रावधान रखा गया है.
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सार्वजनिक स्थल पर शराब पीना बैन: गांव में कई सारे सार्वजनिक स्थल हैं, जहां पर कचरे का अंबार लगा रहता है. वह कचरे भी डिस्पोजल, पानी पाउच और प्लास्टिक बोतलों के है. परंतु जब से ग्रामीणों ने सार्वजनिक स्थल पर शराब सेवन पर बैन किया है, तब से गांव में काफी बदलाव आया है. शराब पीते या देखे जाने पर 1000 रूपये दंड और बताने वाले को 500 रूपये का इनाम गुप्त रूप से दिया जाएगा. जिसके बाद से यहां पर प्लास्टिक कचरे मानो गायब हो गए हैं. गांव में स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान का सपना भी यह गांव साकार कर रहा है.
21 जगहों पर लगाया गया कैमरा: पूरे कुर्दी गांव में पंचायत द्वारा 21 जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. इसका उद्देश्य यह है अवैध कामों की निगरानी. गांव में जितने भी शासकीय उपक्रम है, जैसे पंचायती स्कूल बैंक सहित अन्य छोटे छोटे शासकीय उपक्रम, वहां पर इन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है. इसका स्क्रीन पंचायत और इन्हीं उपक्रमों के पास रहता है. इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आ रही है और ऐसे अवैध कामों में भी सुधार देखने को मिल रहा है.
अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा: गांव के लोगों ने बताया कि "पंचायत और ग्रामीण लोगों द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद काफी सकारात्मक माहौल गांव में देखने को मिल रहा है. कचरे तो साफ हुए ही हैं, साथ ही वैचारिक रूप से भी स्वच्छता देखने को मिल रही है." ग्रामीणों का कहना है कि "युवाओं का भविष्य संवारना इसका मूल उद्देश्य है, आज युवा पीढ़ी शराब और जुआ सट्टा जैसे कामों में लिप्त हो रहे हैं. ऐसे में केवल युवा ही नहीं, उसका पूरा परिवार इसकी चपेट में आ जाता है. इसलिए गांव का फैसला स्वागत योग्य है और अन्य पंचायतों को भी इन से प्रेरणा लेनी चाहिए.