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खरीदी केंद्रों में रखा है क्षमता से अधिक धान, समय है कम और परिवहन है धीमा

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Published : Jan 23, 2020, 11:42 AM IST

लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्र में इन दिनों क्षमता से अधिक धान रखा है. धान का उठाव नहीं होने और जगह नहीं होने के कारण किसानों को अब टोकन भी नहीं दिया जा रहा है.

खरीदी केंद्रों में क्षमता से अधिक धान
खरीदी केंद्रों में क्षमता से अधिक धान

बालोद: धान खरीदी केंद्रों से परिवहन के अभाव में क्षमता से अधिक धान रखा गया है, इसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उपार्जन केंद्र में जगह नहीं होने के कारण किसानों को अब टोकन भी नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है, जल्द से जल्द अगर धान परिवहन हो जाए तो उनका धान समय रहते बिक जाएगा और उन्हें समर्थन मूल्य भी मिल जाएगा, लेकिन अगर धान का उठाव समय पर नहीं हुआ तो उन्हें काभी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्रों में इन दिनों क्षमता से अधिक धान रखा है. केंद्र में धान संग्रहन की क्षमता लगभग 11 हजार क्विंटल है. जबकि केंद्र में 22 हजार क्विंटल धान रखा है.

इधर, समिति प्रबंधक ने बताया कि जगह के कारण और खरीदी को देखते हुए यहां का बंपर लिमिट बढ़ाया तो गया है, लेकिन परिवहन की कमी है, जिसके कारण धान अभी भी क्षमता से अधिक जमा है. यहां से उठाए जाने वाले धान को राइस मिल और संग्रहण केंद्रों तक ले जाया जा रहा है, लेकिन संग्रहण केंद्रों में ले जाए जाने वाले धान की मात्रा कम है, जिसके कारण स्टॉक जाम होने की स्थिति बन गई है.

बालोद: धान खरीदी केंद्रों से परिवहन के अभाव में क्षमता से अधिक धान रखा गया है, इसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उपार्जन केंद्र में जगह नहीं होने के कारण किसानों को अब टोकन भी नहीं दिया जा रहा है. किसानों का कहना है, जल्द से जल्द अगर धान परिवहन हो जाए तो उनका धान समय रहते बिक जाएगा और उन्हें समर्थन मूल्य भी मिल जाएगा, लेकिन अगर धान का उठाव समय पर नहीं हुआ तो उन्हें काभी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्रों में इन दिनों क्षमता से अधिक धान रखा है. केंद्र में धान संग्रहन की क्षमता लगभग 11 हजार क्विंटल है. जबकि केंद्र में 22 हजार क्विंटल धान रखा है.

इधर, समिति प्रबंधक ने बताया कि जगह के कारण और खरीदी को देखते हुए यहां का बंपर लिमिट बढ़ाया तो गया है, लेकिन परिवहन की कमी है, जिसके कारण धान अभी भी क्षमता से अधिक जमा है. यहां से उठाए जाने वाले धान को राइस मिल और संग्रहण केंद्रों तक ले जाया जा रहा है, लेकिन संग्रहण केंद्रों में ले जाए जाने वाले धान की मात्रा कम है, जिसके कारण स्टॉक जाम होने की स्थिति बन गई है.

Intro:बालोद

जिले के लगभग सभी धान खरीदी केंद्रों में परिवहन के अभाव में क्षमता से अधिक धान संग्रहित हैं जिसके कारण काफी समस्याएं होती है जगह न होने के कारण किसानों को टोकन नहीं दिया जाता तो वही परिवहन के इंतजार में समय अलग निकलता जा रहा है किसानों को उम्मीद है कि जल्द से जल्द अगर परिवहन हो तो उनका ध्यान भी समय रहते बिक जाए और उन्हें शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य मिल पाए।


Body:वीओ - लाटाबोड़ धान खरीदी केंद्र में इन दिनों क्षमता से अधिक धान संग्रहित हैं वहां लगभग 11000 की क्षमता है जबकि 22000 क्विंटल धान एकत्रित हैं समिति प्रबंधक ने बताया कि जगह के कारण और खरीदी को देखते हुए यहां का बंपर लिमिट बढ़ाया तो गया है परंतु परिवहन की कमी है जिसके कारण धान अभी भी क्षमता से अधिक है यहां से उठाए जाने वाले धान को मिलो एवं संग्रहण केंद्रों में ले जाया जा रहा है परंतु संग्रहण केंद्रों में ले जाए जाने वाले धान की मात्रा बेहद ही कम है जिसके कारण स्टॉक जमा होने जैसी स्थितियां संग्रहण केंद्रों में निर्मित हो रही है।


Conclusion:यह तो एक धान खरीदी केंद्र है बात करें तो लगभग सभी धान खरीदी केंद्रों में ऐसे ही स्थितियां है जिले में परिवहन कहीं ना कहीं धीमा है जिस कारण धान खरीदी तो प्रभावित हो रही है साथ ही मौसम में भी कुछ दिनों पहले साथ नहीं दिया था अब जब मौसम खुला है तो किसान चाहते हैं कि जल्द से जल्द धान परिवहन हो और समय रहते सभी किसानों को अपना धान बेच ले।

बाइट - जे.आर. साहू, समिति प्रबंधक लाटाबोड़
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