बालोद: बालोद में प्रशासनिक अधिकारियों के टीम वर्क का बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहा है. बालोद में प्रशानिक कमान युवा अधिकारियों के हाथों में है. कलेक्टर कुलदीप शर्मा के कलेक्टर बनने के साथ ही पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार यादव और वन मंडल अधिकारी आयुष जैन के टीम वर्क का असर देखने को मिल रहा है. सड़क निर्माण से लेकर हाथियों से जनता को बचाने का काम हो या फिर बेहतरीन कानून व्यवस्था का काम. हर काम में इनका टीम वर्क, यूथ आइकॉन बनकर सामने आया है.
हमेशा साथ नजर आते हैं: प्रशासनिक काम हो या फिर और कोई और काम. वहां कलेक्टर से साथ पुलिस अधीक्षक हमेशा साथ नजर आते हैं. इससे पुलिस हो या प्रशासन दोनों टीमों में एकता देखने को मिलती है. जनप्रतिनिधियों के साथ भी इनका बेहतरीन तालमेल है. यही कारण है कि विकास कार्यों में भी तेजी आई है. बात अगर थाने की करें तो पुलिस अधीक्षक की सक्रियता से जुआ-सट्टा जैसे सामाजिक बुराइयों पर रोक लगते देखा जा सकता है.
तेजी से हो रहा विकास कार्य: जिला प्रशासन की बात करें तो कलेक्टर कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में कुछ ऐसे काम भी हैं. जो पूरे जिले के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. दशकों से वीरान पड़े तांदुला जलाशय को संवारने का काम शुरू किया गया है. इससे पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी. राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कार्य की निगरानी खुद कलेक्टर ने की है, जिसकी बदौलत यहां पर तेजी से सड़क निर्माण का काम पूरा किया गया है.
एसपी की सक्रियता से अपराध में आई कमी: एसपी जितेंद्र कुमार यादव की सक्रियता से जिले के अपराधों में कमी देखने को मिल रही है. अवैध शराब को लेकर लगातार कार्रवाई होने से यहां शराब की तस्करी में कमी आई है. जुआ सट्टे पर भी नकेल कसा जा रहा है.
ऐसे मिलकर बढ़ रहे आगे: इस बीच चुनाव के काम में भी पुलिस की सक्रियता देखने को मिल रही है. एसपी और कलेक्टर स्वयं पूरे काम की निगरानी कर रहे हैं. ताकि चुनावी कार्य में किसी तरह का प्रभाव ना पड़े. इन अधिकारियों के चेहरे पर कोई दबाव नहीं दिखता, ये बेहतरीन ढंग से खुले विचारों से जनहित में फैसले लेकर आगे बढ़ रहे हैं.