बालोद : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य संविदाकर्मी अपनी मांगों के लेकर पिछले 4 जुलाई से आंदोलनरत है. कर्मचारियों के अस्पताल नहीं आने पर स्वास्थ्य सुविधाएं चरमराई हुईं है.ऐसे में सरकार ने सख्ती बरतते हुए संविदा कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा लगाया.जिसके बाद बालोद जिले के 750 संविदाकर्मियों ने अपना सामूहिक इस्तीफा प्रशासन को सौंपा है.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सौंपा इस्तीफा : सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभी संविदा कर्मचारी बालोद शहर के नयाबास स्टैंड से कलेक्टोरेट पहुंचे. जहां प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग की मदद से बाहर ही रोक दिया. इसके बाद अपर कलेक्टर से बात करके स्वास्थ्यकर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया.
''इससे पहले लगभग 400 संविदा कर्मचारी रायपुर में इस्तीफा दे चुके हैं. आज 350 कर्मचारियों ने इस्तीफे की पेशकश की है.संविदाकर्मियों ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बनने के दस दिन के अंदर नियमित करने का वादा था.लेकिन अब सरकार अपने वादे से मुकर गई है.'' उमेश्वरी देशमुख, संविदा स्वास्थ्यकर्मी
एस्मा लगाकर डराने का आरोप : स्वास्थ्यकर्मियों की मानें तो, वे डरने वाले नहीं हैं. सरकार ने एस्मा लगाकर उन्हें डराने की कोशिश की है.जो स्वास्थ्यकर्मियों की एकता को तोड़ने की साजिश है. जो हम सब कर्मचारियों की बात सुनेगा वही इस प्रदेश में राज करेगा. कर्मचारियों के मुताबिक आज प्रशासन भी हमसे बात नहीं करना चाहती. सरकार भी हमसे बात नहीं करना चाहती तो आखिर हम किसके पास जाएं. सरकार जितना हमारे ऊपर दबाव डाल ले पर हम टूटने वाले नहीं हैं. हम भले काम छोड़ देंगे लेकिन सरकार के दबाव में नहीं आएंगे.