बालोद: जिले में पहुंचे चंदा हाथियों के दल ने एक बार फिर बालोद जिले में दस्तक दी है. जिले के डौंडी विकासखंड क्षेत्र के कुछ गांवों में फसलों को हाथियों ने नुकसान भी पहुंचाया है. जिसका जायजा लेने बालोद कलेक्टर जनमेजय महोबे गुरूवार को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा और वनमंडल अधिकारी सतोविशा समाजदार के साथ डौंडी विकासखंड के लिमउडीह पहुंचे.
अधिकारियों ने ग्रामीणों से की चर्चा
अधिकारियों ने ग्रामीणों से चर्चा कर हाथियों के विचरण से क्षति की जानकारी ली. कलेक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि मुआवजा प्रकरण तैयार करने के संबध में आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है. कलेक्टर की इस बात से ग्रामीण काफी संतुष्ट हुए. हाथियों से नुकसान के बाद ग्रामीणों को मुआवजे का डर सताने लगा था. जो कलेक्टर के आश्वासन के बाद खत्म हुआ.
एक महीने में 2 बेबी एलीफेंट की मौत, एपीओ के तहत 8 घंटे तक सीसीएफ ने ली बैठक
कृषि अधिकारियों को किया निर्देशित
कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन किसानों के खेतों की फसलों को नुकसान हुआ है, उन्हें रबी फसल के लिए जरूरी मार्गदर्शन दें. कलेक्टर ने ग्रामीणों से शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन मिलने और आंगनबाड़ी केंद्र के जरिए गरम भोजन मिलने के बारे में भी जानकारी ली. ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन और आंगनबाड़ी केंद्र से हितग्राहियों को गरम खाना मिल रहा है.
हांथियो से दूर रहने की अपील
कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और वनमंडल अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि वे हाथियों से दूर रहें और उन्हें न छेड़ें. छेड़ने की स्थिति में ही अक्सर हाथी गुस्से में आते हैं और यहां वहां भागने लगते हैं. जिससे फसलों को नुकसान होता है. कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान एसडीएम ऋषिकेश तिवारी और तहसीलदार प्रतिमा ठाकरे भी मौजूद रहीं.