बालोद: गहिरा नवागांव में रहने वाले सीआरपीएफ जवान ने अपने ड्यूटी के दौरान हैदराबाद कैंप में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. जवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को जवान के गृहग्राम लाया गया. जवान ने खुद की राइफल से गोली मारकर आत्महत्या की है. सीआरपीएफ का जवान गहिरा नवागांव का रहने वाला है. मृतक दो भाई और एक बहन है. मृतक जवान को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने अंतिम सलामी दी. घटना गुरुवार को सिकंदराबाद के चिकोटी गार्डन की है.
18 महीने से था तैनात: मृतक देवेंद्र कुमार 18 महीने से हैदराबाद के सीआरपीएफ कैंप में तैनात था. ग्रामीण प्रेमेंद्र ठाकुर ने बताया कि "देवेंद्र सीधा साधा और होनहार युवक था. वह अपने परिवार का दुलारा था." देवेंद्र ठाकुर ने आत्महत्या क्यों की यह रहस्य बना हुआ है. मृतक के पिता सोनू राम भूआर्य ने बताया कि "देवेंद्र कुमार से लगातार बातचीत हो रही थी. लेकिन उसने अपनी परेशानी के बारे में कभी नहीं बताया."
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बुधवार की रात परिवार के सभी सदस्यों से जवान की बातचीत हुई थी. उसने घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी थी. वह परेशान भी नहीं लग रहा था. मृतक की माता खेमिनबाई सहित पूरा परिवार घटना से आहत है. आज जब गांव में सीआरपीएफ के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा. तब गांव का माहौल गमगीन हो गया. सैकड़ों ग्रामीण और महिलाओं ने पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मृतक की शादी नहीं हुई थी. मृतक देवेंद्र कबड्डी, गोला फेंक का खिलाड़ी था. उसके निधन से गांव में गम का माहौल है.