बालोद: बालोद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया. यहां पहुंचकर बीजेपी नेताओं ने पहले तो जमकर नारेबाजी की. इसके बाद कलेक्टर के नाम बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शिकायत की है कि शासकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों के लिए अलग से मतपत्रों की व्यवस्था की गई थी, जिसे जिले के कोषालय कक्ष में रखा गया है. उस कक्ष में हर तरह के लोगों का आना-जाना लगा हुआ है. बीजेपी ने मांग की है कि इन मतपत्रों को स्ट्रांग रूम तक पहुंचाया जाए.
मतपत्रों को स्ट्रांग रूम में रखवाने की मांग: इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार पर हेराफेरी करने का आरोप लगाया है. बीजेपी प्रत्याशी देवलाल ठाकुर ने कहा है कि, "यहां के मुख्यमंत्री कुछ भी कर सकते हैं. इसलिए हमें सुरक्षा की काफी चिंता है. इसके लिए हम प्रशासन के पास आए हैं. यहां बैलेट पेपर से जो मतदान हुआ है. उनमें भी गड़बड़ी की आशंका है. कई लोगों तक तो मत पत्र ही नहीं पहुंच पाया है." वहीं बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र साहू ने कहा कि, "हम सब आज सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग लेकर आए हुए हैं. शासकीय कर्मचारियों को जो व्यवस्था दी गई थी, 80 साल से अधिक उम्र के लोगों को, जो मतदान करने की व्यवस्था दी गई थी. उस मतपत्र को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में प्रशासन की निगरानी में हम रखने की मांग कर रहे हैं."
बता दें कि छत्तीसगढ़ में दोनों चरणों का मतदान हो चुका है.अब जनता तीन दिसंबर का इंतजार कर रही है. ऐसे में मतगणना से पहले चुनाव ड्यूटी से नाम हटवाने वाले 22 हजार कर्मचारियों के मतदान न करने को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने मतदान ड्यूटी में शामिल होने के बाद नाम हटवाने वाले कई कर्मचारी के मतदान नहीं करने की भी बात कही है. वहीं, इस मामले में अब तक कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.