बालोद: धान कटाई का समय आ चुका है, लेकिन अबतक किसानों को बारिश से राहत नहीं मिली है. पहले फसल में लगी बीमारियों के प्रकोप से किसान परेशान थे, वहीं अब खराब मौसम के कारण उनकी फसलें फिर से बर्बाद होती नजर आ रही हैं. दो दिन पहले हुई मूसलाधार बारिश से फसलें खराब होने लगी हैं. धान की बालियां पक चुकी हैं और पानी पड़ने की वजह से गिरने लगी हैं. फसलों में अंकुरण होने लगा है.
किसानों ने बताया कि फसलों को हमने कीट के प्रकोप से तो बचा लिया है, लेकिन अब बारिश के कारण फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि न हम धान कटाई कर पा रहे हैं और न ही फसलों को बीमारियों से बचा पा रहे हैं. इन सब की केवल एक वजह है मजदूरों की समस्या और दवाइयों के बढ़े दाम. बारिश के कारण फसलें अंकुरित होने लगी हैं. वहीं सरकार से अबतक धान खरीदी की तारीख भी निर्धारित नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि यदि हम धान की फसलें काटते भी हैं तो उसे रख-रखाव करने के लिए भी हमें कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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फसलों को लेकर किसान काफी परेशान हैं. फसलें गिर चुकी है. धान में बालियां लग गई हैं, यदि इस दौरान पानी की बौछारें पड़ती हैं तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी. धान में पानी भरे होने के कारण फसल अंकुरित होने लगी है.