बालोद: सेवा सहकारी समिति मर्यादित निपानी बैंक से करोड़ों रुपये गबन के मामले में बालू पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. मुख्य आरोपी अजय भेड़िया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी नक्सल प्रभावित क्षेत्र नारायणपुर के जंगलों में छुपा हुआ था. उसने फर्जी फिक्स डिपॉजिट पासबुक में फर्जी एंट्री कर खाते से करोड़ों रुपए का गबन किया था. दूसरा आरोपी कैंसर पीड़ित है, जिनका इलाज एम्स में चल रहा है. वहीं जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैंक द्वारा ऑडिटिंग की जा रही है. करीब 500 आवेदन वहां और भी पेंडिंग बताए जा रहे हैं. यह मामला करोड़ों का बताया जा रहा है.
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बैंक के जिला नोडल अधिकारी ने की थी शिकायत
बालोद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक निपानी शाखा में कुछ खाता धारकों ने अपने-अपने बैंक खाते में फिक्स्ड डिपॉजिट की राशि जमा की थी. कोर बैंकिंग सिस्टम से चेक करने पर पता चला कि उनकी राशि जमा ही नहीं बल्कि आहरित की जा चुकी है. धीरे-धीरे मामला खुला और करीब 500 लोगों ने इसकी शिकायत की. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी सत्येंद्र वैद्य ने कहा कि 7 सदस्य की टीम जांच कर रही थी. इसके बाद स्थानीय बालोद थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई. अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की गई. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि धोखाधड़ी की रकम करोड़ों में पहुंचने की संभावना है. अभी तक 18 लाख 30 हजार धोखाधड़ी की पुष्टि हो चुकी है. आगे रिमांड में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जाएगी.
रात में हुई गिरफ्तारी
आरोपी अजय भेड़िया को पुलिस ने रात में नारायणपुर से गिरफ्तार किया है. पुलिस निरीक्षक थाना प्रभारी मनीष शर्मा अपनी टीम के साथ शुक्रवार रात नारायणपुर के जंगलों में आरोपी की तलाश कर रही थी. बार-बार उसका लोकेशन बदलता रहा, लेकिन जैसे उसका स्थायी लोकेशन मिला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
प्रबंधक, कैशियर और लिपिक की मिलीभगत
आरोपी अजय भेड़िया पिता मणिकांत भेड़िया (48) आमापारा का रहने वाला है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने पिछले 3 से 4 वर्षों से खाताधारकों का फर्जी फिक्स डिपॉजिट कर पासबुक में फर्जी एंट्री कर करोड़ों का गबन किया है. पैसों को आरोपी के साथ लिपिक दौलत राम ठाकुर एवं शाखा प्रबंधक रामेश्वर नागवंशी आपस में बांटना स्वीकार किया है. आरोपी से पूछताछ जारी है. कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. प्रकरण के आरोपियों की तलाश जारी है.