बलरामपुर: शिक्षक ना सिर्फ शिक्षा देकर बच्चों का जीवन संवार रहे हैं. बल्कि गरीब बच्चों तक शासन की मिड डे मील योजना का लाभ (Benefits of Mid Day Meal Scheme) भी उन तक पहुंचा रहे हैं. बलरामपुर (Balrampur) के जिन गांवों में जाने के लिए सड़क नहीं है, वहां के स्कूलों के लिए दो शिक्षक पैदल चलकर मिड डे मील का राशन (mid day meal ration) अपने कंधे पर रखकर ला रहे हैं. शिक्षकों के इस जुनून को देखते हुए ग्रामीण भी शिक्षकों को सलाम कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और जल्द से जल्द सड़क बनानी चाहिए.
टीचर्स जिले के खड़िया दामर ग्राम पंचायत में 8 किलोमीटर के ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होते हुए मिड-डे मील का राशन (mid day meal ration) अपने कंधे पर लाते हैं. जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) को जब ये बात चली तो उन्होंने भी दोनों टीचर्स की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'हमारे दो शिक्षक पंकज और सुशील वहां कार्यरत हैं और वो अपने कंधे पर चावल उठाकर जंगल, नदी पार करते हुए स्कूल पहुंचाते हैं. मध्याह्न भोजन भी संचालित करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे दोनों टीचर्स को सलाम है.