बलरामपुर: सेमरसोत अभयारण्य क्षेत्र में हिरण का बच्चा जंगल से भटककर गांव की तरफ जा पहुंचा और कुंए में गिर गया. इसकी जानकारी जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों को मिली उन्होंने वन विभाग को सूचना दी. वन अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की मदद से हिरण के बच्चे का रेस्क्यू कर उसका प्राथमिक उपचार किया. इसके बाद सेमरसोत अभयारण्य कार्यालय में सुरक्षित रखा. कुछ महीने में हिरण प्रजाति के बच्चे के स्वस्थ होने के बाद उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
वन्य जीवों का प्राकृतिक रहवास है सेमरसोत जंगल: बलरामपुर जिले का सेमरसोत वन्य जीव अभयारण्य घने जंगलों के कारण ही वन्य जीवों के लिए प्राकृतिक रहवास है. सेमरसोत अभयारण्य क्षेत्र हाथियों के विचरण का गलियारा है. इस अभयारण्य क्षेत्र में भालू, चीतल, नीलगाय, हिरण, बंदर, मोर सहित अनेकों प्रजाति के पशु पक्षी पाए जाते हैं.
सुरक्षित रेस्क्यू के बाद घायल हिरण के बच्चा के किया इलाज : वन विभाग को स्थानीय ग्रामीणों ने हिरण प्रजाति के बच्चे के कुंए में गिरे होने की सूचना दी जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से किसी तरह इस वन्य जीव को सुरक्षित रेस्क्यू कर कुंए से बाहर निकाला गया. घायल होने के कारण प्राथमिक उपचार कराया गया.
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हिरण के बच्चे को कुछ महीने बाद जंगल में छोड़ेगा विभाग: कुंए में गिरने की वजह से हिरण प्रजाति के बच्चे को चोटें भी आईं, जिससे वह घायल हो गया है. फिलहाल हिरण का बच्चा अस्वस्थ है. हालांकि विभाग की ओर से प्राथमिक उपचार कराया गया है. कुछ महीने में स्वस्थ होने के बाद वापस खुले जंगल में विचरण करने के लिए इसे छोड़ दिया जाएगा.