बलरामपुर : राजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा के विरोध में 19 मई को कांग्रेस के 6 पार्षद बलरामपुर कलेक्टर के सामने अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था. इसी क्रम में राजपुर एसडीएम व पीठासीन अधिकारी चेतन साहू की उपस्थिति में वोटिंग कराई गई. 15 पार्षदों ने अपना मत दिया, जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 मत और विपक्ष में मात्र 3 मत मिले. इससे अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस के पक्ष में चला गया और नगर पंचायत राजपुर अध्यक्ष सहदेव लकड़ा की कुर्सी चली गई.
नगर पंचायत अध्यक्ष पर उपेक्षा का आरोप : राजपुर नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं. बीजेपी के 8 पार्षद, कांग्रेस के 6 और 1 निर्दलीय पार्षद होने से पिछले साढ़े तीन साल से बीजेपी के वार्ड क्रमांक 11 के पार्षद सहदेव लकड़ा अध्यक्ष थे. नगर पंचायत के कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के अधिकांश पार्षदों का आरोप था कि अध्यक्ष लगातार उनकी उपेक्षा कर रहे हैं.
निराशाजनक काम के कारण लिया निर्णय : नगर पंचायत के विकास कार्यों में इनके द्वारा निराशाजनक कार्य किये जाने से बीजेपी पार्षद भी अध्यक्ष से बेहद नाराज थे. इसके चलते सहदेव लकड़ा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर अध्यक्ष पद से हटाया गया है. अविश्वास प्रस्ताव पास होते ही कांग्रेसियों ने जमकर आतिशबाजी करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई. अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान पीठासीन अधिकारी चेतन साहू, मुख्य नगर पंचायत अधिकारी राजेश कुशवाहा, नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा, कांग्रेस, बीजेपी और निर्दलीय पार्षद सहित नागरिक मौजूद थे.