बलरामपुर रामानुजगंज: जिले की पहचान प्रसिद्ध रामचौरा पहाड़ी पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन हुआ. इस पहाड़ी की ऊंचाई लगभग 900-1000 मीटर है. पहाड़ी पर चढ़ने के लिए काफी दुर्गम और कठिन रास्ते हैं. पहाड़ी की चोटी पर भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा स्थापित है, जहां गांव के लोगों की मान्यताएं और गहरी आस्था है. गांव के लोग पहाड़ी पर लोग पूजा-अर्चना करते हैं. रामचौरा पहाड़ी पर हर साल 15 अगस्त के मौके पर मेला का आयोजन भी किया जाता है.
3.78 करोड़ की लागत से हुए विकास कार्य: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है और टोकन अमाउंट के रूप में पहली किश्त राशि के तौर पर 50 लाख रुपए दिया गया है. सब मिलाकर 03 करोड़ 78 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है. यहां के धार्मिक पर्यटन विकास के लिए पहाड़ी के ऊपर मंदिर बनाया जाएगा. पहाड़ी की चोटी पर भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भगवान हनुमान का भव्य मंदिर बनाया जाएगा.
"भूमिपूजन के साथ ही कार्य योजना की शुरुआत हो चुकी है. टोकन मनी के तौर पर शासन की तरफ से 50 लाख रुपए मिला है. यह टोटल 3.78 करोड़ का प्रोजेक्ट है. हमारी कोशिश रहेगी कि जल्द निर्माण कार्य को पूरा किया जाएगा." - बृहस्पति सिंह, विधायक
वन विभाग को सौंपा गया निर्माण कार्य का जिम्मा: रामचौरा पहाड़ी की चोटी पर चढ़ने के लिए बहुत कठिन और दुर्गम रास्ता है. यहां सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. गांव के लोग चट्टानों के बीच से होकर पहाड़ी की चोटी पर पहुंचते हैं. इसलिए दूसरी तरफ से सड़क का निर्माण, सीढ़ियां बनाई जाएगी. सभी निर्माण कार्य का जिम्मा वन विभाग को सौंपा गया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनवरी 2023 में मकर संक्रांति पर बलरामपुर के तातापानी आए हुए थे. इस दौरान स्थानीय लोगों की मांग पर मुख्यमंत्री ने राम वनगमन परिपथ के लिए स्वीकृति देते हुए सर्वे कराने की बात कही. जिसके बाद क्षेत्र के लोगों की रामचौरा पहाड़ी पर गहरी आस्था है.