ETV Bharat / state

सिंहदेव को हराने के लिए रचा गया चक्रव्यूह, खुद टीएस बाबा ने किया खुलासा

TS Singhdeo छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में अंबिकापुर से हार पर टीएस सिंहदेव ने पहली बार बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अंबिकापुर से मुझे हराने के लिए चक्रव्यूह रचा गया, लेकिन मैं यह जानते हुए भी अभिमन्यु नहीं बन पाया defeat in Ambikapur

TS Singhdeo
सिंहदेव को हराने के लिए रचा गया चक्रव्यूह
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 27, 2023, 10:27 PM IST

सरगुजा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बघेल सरकार के कई मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है. इसमें डिप्टी सीएम रहे टीएस सिंहदेव भी शामिल हैं. उन्हें अंबिकापुर से हार का सामना करना पड़ा. अपनी परंपरागत सीट से हारने के बाद टीएस सिंहदेव लगातार मीडिया से बात कर रहे हैं. लेकिन पहली बार उन्होंने अपनी हार पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे हराने के लिए चक्रव्यूह रचा गया. लेकिन मैं इसे जानते हुए भी अभिमन्यु नहीं बन सका.

सिंहदेव ने खुद की अंबिकापुर सीट की समीक्षा: टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर में मिली हार को लेकर समीक्षा बैठक की. इस मीटिंग में उन्होंने हर पहलू का आकलन किया. अंबिकापुर समेत पूरे सरगुजा का रिजल्ट हमारे लिए सोचने का विषय है. सरगुजा और बस्तर की 26 सीटों में हम सिर्फ चार सीट जीत पाए. जबकि मैदानी क्षेत्रों की आदिवासियों के लिए आरक्षित 9 में से 7 सीट कांग्रेस पार्टी जीती है. यह कहना ठीक नहीं होगा कि आदिवासियों का समर्थन कांग्रेस को नहीं मिला. बस्तर की परिस्थितियां दूसरी थी, वहां अल्पसंख्यक सामुदाय कांग्रेस से नाराज था. लेकिन हमें वोट मिले"

सिंहदेव ने की समीक्षा बैठक
सिंहदेव ने की समीक्षा बैठक

जातीय संघर्ष भी बनी हार की वजह: सिंहदेव ने कहा कि जातीय संघर्ष भी हार की वजह बनी. इस मामले में सरकार की तरफ से जनजातीय वर्ग को सहयोग नहीं मिल पाया. दिल्ली में चुनाव से पहले कोर कमेटी की बैठक में मैंने इस बात को रखा था. सरगुजा में दूसरी परिस्थिति थी, पिछले चुनाव में सरगुजिया सरकार को लेकर लोगों में जो उत्साह था वह इस बार नहीं देखा गया. हराने के लिए चक्रव्यूह रचा जा रहा था. जानते हुए भी मैं अभिमन्यु नहीं बन सका. यह मेरी कमी है"

सरगुजा संभाग में हम पिछड़ गए: सिंहदेव ने कहा कि हम सरगुजा संभाग में पिछड़ गए. लखनपुर में उम्मीद के मुताबिक परिणाम रहा. अम्बिकापुर ग्रामीण में हम पिछड़ गए. उदयपुर ने संभाला लेकिन थोड़े अंतर से चूक गए. उन्होंने फिर से हार कर मैदान न छोड़ने की बात दोहराई और कहा यदि जीत जाता तो किसी की नहीं सुनता, अगली पीढ़ी के लिए जगह छोड़ देता. मगर अब जब तक आप लोग चाहेंगे आपके साथ रहूंगा. इस दौरान सिंहदेव ने अमरजीत भगत की तारीफ की.

मिशन लोकसभा के लिए जुटने की कही बात: सिंहदेव ने मिशन लोकसभा के लिए जुटने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पिछला सब भूल कर हम सबको लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के लिए काम करना है. हम आठ विधानसभा सीटों पर करीब एक लाख से ज्यादा वोटों से पीछे रहे हैं. जिसमें हमें रिकवर करना होगा.

हसदेव में पेड़ों की कटाई, टीएस सिंहदेव ने कहा- सीएम विष्णुदेव साय खुद आदिवासी, जरूर समझेंगे जल जंगल जमीन का अस्तित्व
बृहस्पति सिंह ने कहा कुमारी शैलजा और टीएस सिंहदेव की वजह से हारे चुनाव
लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, बीजेपी का गुप्त एजेंडा: टीएस सिंहदेव

सरगुजा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बघेल सरकार के कई मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है. इसमें डिप्टी सीएम रहे टीएस सिंहदेव भी शामिल हैं. उन्हें अंबिकापुर से हार का सामना करना पड़ा. अपनी परंपरागत सीट से हारने के बाद टीएस सिंहदेव लगातार मीडिया से बात कर रहे हैं. लेकिन पहली बार उन्होंने अपनी हार पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुझे हराने के लिए चक्रव्यूह रचा गया. लेकिन मैं इसे जानते हुए भी अभिमन्यु नहीं बन सका.

सिंहदेव ने खुद की अंबिकापुर सीट की समीक्षा: टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर में मिली हार को लेकर समीक्षा बैठक की. इस मीटिंग में उन्होंने हर पहलू का आकलन किया. अंबिकापुर समेत पूरे सरगुजा का रिजल्ट हमारे लिए सोचने का विषय है. सरगुजा और बस्तर की 26 सीटों में हम सिर्फ चार सीट जीत पाए. जबकि मैदानी क्षेत्रों की आदिवासियों के लिए आरक्षित 9 में से 7 सीट कांग्रेस पार्टी जीती है. यह कहना ठीक नहीं होगा कि आदिवासियों का समर्थन कांग्रेस को नहीं मिला. बस्तर की परिस्थितियां दूसरी थी, वहां अल्पसंख्यक सामुदाय कांग्रेस से नाराज था. लेकिन हमें वोट मिले"

सिंहदेव ने की समीक्षा बैठक
सिंहदेव ने की समीक्षा बैठक

जातीय संघर्ष भी बनी हार की वजह: सिंहदेव ने कहा कि जातीय संघर्ष भी हार की वजह बनी. इस मामले में सरकार की तरफ से जनजातीय वर्ग को सहयोग नहीं मिल पाया. दिल्ली में चुनाव से पहले कोर कमेटी की बैठक में मैंने इस बात को रखा था. सरगुजा में दूसरी परिस्थिति थी, पिछले चुनाव में सरगुजिया सरकार को लेकर लोगों में जो उत्साह था वह इस बार नहीं देखा गया. हराने के लिए चक्रव्यूह रचा जा रहा था. जानते हुए भी मैं अभिमन्यु नहीं बन सका. यह मेरी कमी है"

सरगुजा संभाग में हम पिछड़ गए: सिंहदेव ने कहा कि हम सरगुजा संभाग में पिछड़ गए. लखनपुर में उम्मीद के मुताबिक परिणाम रहा. अम्बिकापुर ग्रामीण में हम पिछड़ गए. उदयपुर ने संभाला लेकिन थोड़े अंतर से चूक गए. उन्होंने फिर से हार कर मैदान न छोड़ने की बात दोहराई और कहा यदि जीत जाता तो किसी की नहीं सुनता, अगली पीढ़ी के लिए जगह छोड़ देता. मगर अब जब तक आप लोग चाहेंगे आपके साथ रहूंगा. इस दौरान सिंहदेव ने अमरजीत भगत की तारीफ की.

मिशन लोकसभा के लिए जुटने की कही बात: सिंहदेव ने मिशन लोकसभा के लिए जुटने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पिछला सब भूल कर हम सबको लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के लिए काम करना है. हम आठ विधानसभा सीटों पर करीब एक लाख से ज्यादा वोटों से पीछे रहे हैं. जिसमें हमें रिकवर करना होगा.

हसदेव में पेड़ों की कटाई, टीएस सिंहदेव ने कहा- सीएम विष्णुदेव साय खुद आदिवासी, जरूर समझेंगे जल जंगल जमीन का अस्तित्व
बृहस्पति सिंह ने कहा कुमारी शैलजा और टीएस सिंहदेव की वजह से हारे चुनाव
लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, बीजेपी का गुप्त एजेंडा: टीएस सिंहदेव
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.