दरअसल, शहर से लगे भकुरा गांव में यूनिवर्सिटी का कैंपस बन रहा है और इस काम में जिन परिवारों की जमीन अधिग्रहित की गई है और जो परिवार अनुसूचित हैं ऐसे परिवारों के एक बच्चे की शिक्षा फ्री करने का निर्णय लिया गया है.
सरगुजा जिले का भकुरा गांव आदिवासी बाहुल्य इलाका है, जहां उच्च शिक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन के अभाव में कई छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं. सरगुजा यूनिवर्सिटी के कुलपति ने पिछले कई वर्षों के अध्ययन से इस बात को समझा कि इस आदिवासी इलाके में गरीबी भी उच्च शिक्षा में बाधक बन जाती है और पढ़ने वाले प्रतिभाशाली बच्चे अक्सर पढ़ाई छोड़ देते हैं.
कुलपति उठाएंगे खर्च
गरीब बच्चों की इस समस्या को देखते हुए अंबिकापुर के भकुरा गांव के बच्चों को कुलपति ने यहां के बच्चों के पढ़ने का पूरा खर्चा खुद उठाने की बात कही है.
कुलपति की सराहनीय पहल
गौरतलब है की मजह 5 या 6 परिवार ही ऐसे हैं जो यूनिवर्सिटी निर्माण से प्रभावित हैं, लिहाजा 5 से 6 बच्चों को यूनिवर्सिटी फ्री शिक्षा देगा, लेकिन फिर भी कुलपति की ये कोशिश सराहनीय है.