अंबिकापुर : अंबिकापुर में देश का पहला गार्बेज कैफे है. यहां प्लास्टिक लाने पर नाश्ता और खाना मुफ्त मिलता है. एक किलो प्लास्टिक पर खाना और आधा किलो पर नाश्ता. इस कैफे में अंशुमन दत्ता नाम के एक शख्स ने कुरियर से 2.6 किलो प्लास्टिक भेजी है. जैसे ही ये पार्सल गार्बेज कैफे पहुंचा, यहां काम करने वाला स्टाफ और संचालक दोनों हैरत में पड़ गए.
पहले तो कैफे संचालक और स्टाफ इस बात से हैरान हुए कि जब किसी ने शॉपिंग नहीं की तो पार्सल क्यों आया लेकिन जब बॉक्स पर वेस्ट प्लास्टिक लिखा देखा तो सारा माजरा समझ आ गया. लेकिन भेजने वाले ने ये नहीं बताया है कि इस प्लास्टिक के बदले खाना किसे देना है. एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री भी 'नो सिंगल प्लास्टिक यूज' की अपील कर रहे हैं, वहां ये कुरियर उम्मीद से कम नहीं है.
2.6 किलो था प्लॉस्टिक का वजन
कैफे के संचालक विनोद पटेल ने बताया कि 'जब बॉक्स से प्लॉस्टिक निकाल कर उसका वजन किया गया तो 2.6 किलो प्लॉस्टिक थी. पार्सल भेजने वाले का नाम अंशुमन दत्ता लिखा हुआ है और एक मोबाइल नंबर भी दिया गया है. लेकिन इस प्लॉस्टिक के बदले भोजन कब और किसे देना है यह जानकारी उन्हें प्राप्त नहीं हुई है'.
विनोद का कहना है कि, 'प्लॉस्टिक भेजने वाले के द्वारा जब भी इसके बदले खाने की मांग की जाएगी उन्हें खाना दिया जाएगा'.
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'नंबर पर किया गया कॉल'
उन्होंने कहा कि 'बॉक्स पर लिखे नंबर को जब ध्यान से देखा तो एक बात यह समझ आई कि मोबाइल नंबर छत्तीसगढ़ या मध्यप्रदेश के सीरिज का नहीं है. बल्कि यह मोबाइल नंबर किसी अन्य प्रदेश का है. इसका मतलब प्लॉस्टिक भेजने वाला शख्स किसी दूसरे प्रदेश का रहने वाला हो सकता है. उन्होंने बताया कि बॉक्स पर लिखे नंबर पर जब कॉल की गई, तो किसी ने रिसीव नहीं किया.
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प्लास्टिक की मात्रा में भी इजाफा
अंबिकापुर में जिस मकसद से ये गार्बेज कैफे खोला गया था, उसी दिशा में आगे भी बढ़ रहा है. वर्तमान में यहां प्रतिदिन 20 से 22 किलो तक प्लॉस्टिक आ रही है. अब तो ऑनलाइन कुरियर से भी लोग यहां प्लास्टिक भेज रहे हैं.