अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में लाख कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं हो रहा है. नया मामला स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले का है, जहां एंबुलेंस चालक पर मरीज के परिजनों से जबरन वसूली का आरोप लगा है.
आरोप है कि एंबुलेंस चालक ने पैसे न देने पर मरीज के परिजनों से गाली-गलौच करते हुए उसकी बाइक की चाभी छीन लिया था. जिसके बाद हंगामा और बढ़ गया.
सोनोग्राफी सेंटर में ही हो गया प्रसव
दरअसल, उदयपुर के पोतका गांव के सुबरन सिंह अपनी पत्नी सोमारी बाई को प्रसव के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया था. जहां डॉक्टरों ने उसे सोनोग्राफी कराने के लिए पास के ही एक सोनोग्राफी सेंटर में भेज दिया. जहां सोनोग्राफी के दौरान महिला का प्रसव हो गया. इस पर सोनोग्राफी सेंटर संचालक ने एक निजी एंबुलेंस को बुला प्रसूता और नवजात को अस्पताल भेज दिया. अस्पताल पहुंचने पर एंबुलेंस चालक सुबरन सिंह से 500 रुपये मांगने लगा. जिस पर सुबरन सिंह ने कहा कि वो 200 मीटर के लिए 500 रुपये किराया नहीं देगा. जिसपर दोनों में बहस शुरू हो गई.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
सुबरन सिंह और एंबुलेंस चालक के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि गाली-गलौच तक की नौबत आ गई. इसी बीच एंबुलेंस चालक ने सुबरन सिंह के बाइक की चाभी उससे छीन ली और पैसे देकर चाभी देने की बात कहने लगा. हालांकि मीडिया और बढ़ती भीड़ को देख एंबुलेंस चालक ने चाभी वापस कर दी. इधर, मामले में अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि अक्सर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं. इसे रोकने के लिए उन्होंने अस्पताल के बाहर सार्वजनिक एंबुलेंस को हमेशा रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.