सरगुजा: संत गहिरा गुरु विश्व विद्यालय अपने अस्तित्व से ही विवादों में रहा है. यहां आए दिन छात्रों के भविष्य के साथ नए-नए खिलवाड़ किए जा रहे हैं. यहां काम करने वाले गैर जिम्मेदार और अनुभव हीन अधिकारी हैं. जो लंबे समय से यहां जमे हुए हैं. ताज्जुब की बात यह है कि राजनीतिक पहुंच की वजह से स्थानांतरण भी नहीं होता है. बल्कि इनके हिसाब से नहीं चलने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी करा दी जाती है. सरकार बदल गई, लेकिन विश्व विद्यालय का रवैया नहीं बदला है.
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संत गहिरा गुरु विश्व विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा छात्र-छत्राओं को भुगतना पड़ रहा है. कोरोना काल में असाइनमेंट जमा करने के बाद भी कॉलेज प्रबंधन ने अंक नहीं चढ़ाए हैं. दूसरी तरफ विवि ने उन्हें अनुपस्थित बताकर फेल कर दिया है. ऐसे में अब संभागभर के छात्र-छात्राएं प्रबंधन की लापरवाहियों का खामियाजा भुगत रहे हैं.
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विश्व विद्यालय की मनमानी
संत गहिरा गुरु विश्व विद्यालय प्रबंधन ने परीक्षर्थियों को असाइनमेंट जमा करने को कहा था. इसके बाद महाविद्यालयों के नियमित छात्र-छात्राओं को असाइनमेंट जमा करने को कहा. छात्र-छात्राओं को 5 टॉपिक पर 20-20 नंबर के असाइनमेंट लिखकर जमा करना था. जबकि स्वाध्यायी छात्र-छत्राओं के लिए विवि ने प्रश्न पत्र जारी किया था. छात्र-छात्राओं ने घर पर असाइनमेंट लिखकर कॉलेज में जाकर जमा किया. असाइनमेंट जमा होने के बाद भी लगभग 500 से अधिक छात्र-छात्राओं को फेल कर दिया गया. पीजी कॉलेज के इतिहास, भूगोल, राजनीति, हिंदी, अंग्रेजी से लेकर अन्य संकायों के छात्र छात्राएं शामिल हैं.
कालिदास महाविद्यालय के 90 छात्र फेल
राजमोहिनिदेवी कन्या महाविद्यालय की अधिकांश छात्राओं को हिंदी और अंग्रेजी विषय में अनुपस्थित किया गया है. जबकि प्रतापपुर कालिदास महाविद्यालय के 90 छात्रों को अनुपस्थित किया गया है. विज्ञान महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को केमस्ट्री विषय में सप्लीमेंट्री किया गया है. जशपुर जिले के कुनकुरी, पत्थलगांव और अन्य महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी फेल कर दिया गया है.
परीक्षार्थियों की भी नजर आ रही गलती
जानकारी के मुताबिक कॉलेज में जमा हुए असाइनमेंट के आधार पर छात्र-छात्राओं को नंबर देकर विवि को जानकारी भेजनी थी. कॉलेज ने उन्हें कोई अंक नहीं दिया. विवि ने छात्र-छात्राओं को अनुपस्थित कर दिया. इसमें कुछ छात्र-छात्राओं की गलती भी सामने आई है. बड़ी संख्या में ऐसे परीक्षार्थी हैं, जिन्होंने परीक्षा के बाद असाइनमेंट जमा करने की रिसीविंग कॉपी अपने पास नहीं रखा. ऐसे में उन्होंने असाइनेंट जमा किया या नहीं इसका भी कोई प्रमाण नहीं है.
कुल सचिव ने निकाला रास्ता
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने कुलसचिव से मुलाकात की. कुलपति ने कहा कि असाइनमेंट की पीडीएफ फाइल जमा करने वाले छात्र-छात्राओं को पिछले वर्ष के अंकों के आधार पर जनरल प्रमोशन दिया जाएगा.असाइनमेंट की जांच कर परिणाम सुधार दिया जाएगा. साथ ही शेष छात्र-छात्राओं के लिए फरवरी के प्रथम सप्ताह में विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी.