सरगुजा: अंबिकापुर के बहुचर्चित पंकज बेक की मौत में ज्यूडिशियल रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट आने के बाद मामले ने अलग ही मोड़ ले लिया है. इस पर विपक्ष और पंकज के परिजन लगातार दावा कर रहे हैं कि पंकज की मौत पुलिस की प्रताड़ना से हुई है, लेकिन न्यायिक जांच पूरी होने के बाद जो वजह बताई जा रही है, उससे सारे दावे झूठे हो गए हैं.
एंटी मार्टम हैंगिंग बताई जा रही मौत की वजह
दरअसल, 21 जुलाई को पंकज बेक ने कोतवाली पुलिस की हिरासत से भागकर फांसी लगा ली थी. इसके बाद पुलिस पर लगातार प्रताड़ना और हत्या को आत्महत्या का रूप देने का आरोप लग रहा था. मामले में टीआई समेत 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित भी कर दिया गया था. भाजपा मामले में लगातार राज्य सरकार को घेर रही थी. केंद्रीय मंत्री और सरगुजा सांसद रेणुका सिंह ने मामले की शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की थी. फिलहाल न्यायिक जांच की रिपोर्ट के आधार पर मौत की वजह एंटी मार्टम हैंगिंग बताई जा रही है.
पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था पंकज
बता दें कि शहर में हुई एक चोरी के आरोप में पुलिस ने पंकज बेक और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के दौरान वो पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था. देर रात पंकज का शव एक निजी अस्पताल के पीछे फांसी पर लटका हुआ मिला था, जिसके बाद मामले में सियासत भी गरमाई हुई थी. अब देखना होगा की क्या न्यायिक जांच की रिपोर्ट के बाद सब सामान्य हो जाएगा या इस पर भी परिजन और विपक्ष सवाल खड़े करेंगे.