सरगुजा: मिशन 2023 के लिये भाजपा की तैयारियों पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि "आरक्षण को लेकर क्वान्टिफायबल डाटा की जानकारी विधानसभा में क्यों नहीं रखी जा रही. धर्मांतरण पर विधानसभा में चर्चा क्यों नहीं की जा रही है. किन परिस्थितियों में 76 प्रतिशत आरक्षण लाया गया. इसके लिए राज्यपाल के प्रश्नों का उत्तर क्यों नहीं दिया जा रहा है.
चुनाव में पॉलिटिकल माइलेज लेने का लगाया आरोप: पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि "पॉलिटिकल माइलेज लेने और भानुप्रतापपुर के चुनाव को प्रभावित करने के लिए जल्दबाजी में आरक्षण विधेयक को लाया गया है. आदिवासी, ओबीसी, एससी, ईडब्ल्यूएस के आरक्षण से कांग्रेस को कोई लेना देना नहीं है. सरकार के विधि विभाग ने आरक्षण पर क्या अभिमत दिया है. इसे सार्वजनिक करें और उसके बाद हम पर सरकार आरोप लगाए. हम संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव नहीं बनाते है.
सिंचाई और बिजली को लेकर लगाए आरोप: पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि "प्रदेश में एक इंच सिंचाई नहीं बढ़ी, एक किलोवाट बिजली उत्पादन नहीं बढ़ा. बल्कि 440 मेगावाट के प्लांट को नष्ट कर दिया गया. किसानों को कनेक्शन नहीं मिल रहा है. किसी भी चीज के लिए बजट नहीं है. छत्तीसगढ़ पहला राज्य होगा, जहां हमको सांस लेने के लिए और जीने के लिए लेवी देनी पड़ेगी. इस लिए संघर्ष किया जाएगा और इस जनविरोधी सरकार को जाना ही पड़ेगा."
"विधानसभा चुनाव के लिए हम हैं तैयार": आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को लेकर अजय चंद्राकर ने कहा कि "भाजपा अपने तरीके से हर मुद्दे पर संघर्ष कर रही है. हमारा एक्शन प्लान तैयार है. इसका क्रियान्वयन कैसे करना है, इसकाअनुमोदन आज की बैठक में हो जाएगा कि संघर्ष को और धार कैसे दिया जाए. ट्राइबल क्षेत्र में धर्मांतरण, आदिवासियों का 32 प्रतिशत आरक्षण, भर्तियां अहम मुद्दे हैं. यह सरकार भगवान भरोसे चल रही है.
अजय चंद्राकर ने आगे कहा कि "मैदानी क्षेत्र में सबसे बड़ा मुद्दा धान खरीदी के बोनस समेत सीएम 36 मुद्दों के क्रियान्वयन है. नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी मुख्यमंत्री की सबसे प्राथमिकता की योजना है लेकिन इसके लिए सरकार के पास एक रुपए का बजट नहीं है. कागज में गोठान, घुरुवा, बाड़ी बन गई. जंगल के अंदर निर्माण हो रहे हैं. केंद्र सरकार के कैम्पा मद का उपयोग हो रहा है.
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"ठेका पद्धति से आईएएस आईपीएस पद की नीलामी": सरकार में आईएएस आईपीएस के लिए ठेका पद्धति विकसित हुई है. सभी पद नीलाम होते है, एक रैकेट बना दिया गया है. जो असली वसूली करने वाले है. उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती. पटवारी पर कार्रवाई होती है. असली वसूली करने वाले पर नहीं. मुख्यमंत्री तहसीलदार पर कार्रवाई करते हैं. उसकी ब्रेकिंग न्यूज चलती है. पिछले वर्ष के कस्टम मिलिंग का 120 रुपए देने के लिए नेगोशिएशन चल रहा है. मैं सीधा आरोप लगाता हूं कि कमीशन के लिये नेगोसिएशन किया जा रहा है."
टीएस कर रहे सीएम के सामने उठक बैठक: अजय चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि "मै टीएस बाबा को रीढ़ की हड्डी वाला राजा मानता था, लेकिन जिस तरह से वे भूपेश बघेल के सामने उठक बैठक कर रहे है, मुझे नहीं लगता रीढ़ की हड्डी है. सरगुजा की जनता से आह्वान करता हूं कि भूपेश बघेल आपके राजा का अपमान कर रहे हैं. इसका बदला सरगुजा की जनता कांग्रेस को हराकर लें."