रायपुर : राजधानी की RPF रायपुर (Raipur RPF) ने गुजरात के सूरत से भागे 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रेलवे सुरक्षा बल ने बताया कि सूरत-पुरी स्पेशल ट्रेन (Surat Puri Special Train) में भागते हुए लुटेरों को महासमुंद में पकड़कर सूरत क्राइम ब्रांच (Surat Crime Branch) के हवाले किया गया है. आरपीएफ रायपुर पोस्ट प्रभारी मनोरंजन मुखर्जी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. सूरत क्राइम ब्रांच ने टीम को आरोपियों की तस्वीर भेजी थी. इन तस्वीरों के आधार पर रायपुर से महासमुंद तक RPF ने सघन चेकिंग शुरू कर 7 आरोपियों को धर दबोचा.
व्हाट्सएप के जरिए हुई आरोपियों की पहचान
पकड़े गए सभी आरोपियों की पहचान पुलिस ने WhatsApp के जरिए सूरत में पीड़ित से करवाई थी. सभी पर कुल 7 लाख 50 हजार रुपये और 3 मोबाइल लूटने का आरोप है. पुलिस ने आरोपियों के पास से जेवर और 60 हजार रुपए नकद बरामद किया है. आरोपियों को गिरफ्तार कर RPF सड़क मार्ग से रायपुर लेकर पहुंची. रायपुर से आरोपियों को सूरत क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया जहां से टीम आरोपियों को लेकर सूरत रवाना हो गई है.
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शौक पूरा करने के लिए की लूट
पकड़े गए आरोपी अपने महंगे शौक पूरा करने के लिए सूरत से ओडिशा भाग रहे थे. रायपुर RPF की टीम ने बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने वाले इन युवकों ने सोने की चेन, नए कपड़े और मोबाइल फोन खरीदे हैं. अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए आरोपियों ने सूरत के एक स्थानीय कारोबारी के कर्मचारी को घेरकर 7 लाख रुपये लूट लिए थे. ट्रेन में पकड़े गए युवकों से डेढ़ तोला सोने के जेवर, कान के टॉप्स 2, 1 कान का झुमका, 1 मंगल सूत्र, 2 चांदी की माला, 1 चांदी का चैन, 1 चांदी का हाथ का कड़ा और 9 मोबाइल फोन मिले हैं.
ओडिशा के रहने वाले हैं सभी आरोपी
20 से 25 साल के ये बदमाश अपना गैंग बनाकर चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. सूरत से रायपुर आरपीएफ को ये इनपुट मिला था कि बदमाश छत्तीसगढ़ के रास्ते ट्रेन से अपने गांवों की ओर भाग रहे हैं. इसके बाद पूरी कार्रवाई को प्लान किया गया. पुलिस ने राजेश पटनायक, बसंत प्रधान, कुनाण गउड़, रूचित उर्फ गणेश बेहरा, चरण गउड़, शिवराम उर्फ शिवा स्वाई और मीतन बिसोई को गिरफ्तार किया है.