रायपुर: छत्तीसगढ़ के खास पर्व में से एक पोरा तिहार बड़े ही हर्षोल्लास (pola tihar boom in chhattisgarh) के साथ मनाया गया. मुख्यमंत्री निवास से लेकर प्रदेश भर में इसकी धूम दिखाई दी. घरों में सुबह से ही त्यौहार का खुशनुमा माहौल रहा. कृषि कार्य बंद रखकर किसानों ने बैलों की पूजा की. इस दौरान लोगों के घरों में परंपरागत पकवान भी बनाए गए. इस पर्व के दिन राजधानी रायपुर में हर साल की तरह इस साल भी बैल दौड़ (bull race event in raipur) स्पर्धा हुआ. प्रतियोगिता को देखने के लिए दूर दूर से लोग ऐतिहासिक दशहरा मैदान रावणभाठा पहुंचे और बैल दौड़ स्पर्धा का जमकर लुत्फ उठाया.
बैलों को आकर्षक अंदाज में सजाया गया: राजधानी रायपुर के दशहरा मैदान हर साल पोरा तिहार के दिन बैल दौड़ प्रतियोगिता होती है. यह आयोजन श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव एवं विकास समिति की ओर किया जाता है. शनिवार को पोरा पर्व के दिन बैल दौड़ प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में लोगों ने अपने बैलों को सजाकर लाए थे. कोई कांवड़ तो कोई गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की थीम पर बैलों को सजाकर लाया था. इन बैलों को देखने के लिए दूर दूर से लोग पहुंचे थे.
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पूजा अर्चना के बाद बैल दौड़: स्पर्धा में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस नेता पंकज शर्मा उपस्थित रहे. उन्होंने तमाम बैलों की पूजा अर्चना की. इसके बाद देर शाम बैल दौड़ स्पर्धा आयोजित हुई. इस मौके पर जैसे ही हरी झंडी दिखाई गई. बैल के मालिक अपने बैलों को साथ लेकर दौड़ना शुरू कर दिया. करीब 500 मीटर तक की दूरी निर्धारित थी. समिति के अध्यक्ष माधव लाल यादव ने बताया कि स्पर्धा में मठपुरैना, भाठागांव, खुड़मुड़ा के अलावा अन्य इलाकों से ग्रामीण अपनी बैलों को लेकर आए थे.
12 वर्षों से बैल दौड़ का हो रहा आयोजन: समिति के अध्यक्ष माधव लाल यादव ने बताया "पिछले 12 वर्षों से रावणभाठा मैदान में बैल दौड़ और बैल सजाओ स्पर्धा करवाते आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ की परंपरा और रीति रिवाज के अनुसार आयोजन होता है. बैल दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम इनाम 3 हजार रुपये, द्वितीय 2 हजार रुपये और तीसरा 1100 रुपये का इनाम रखा गया है. साथ ही स्पर्धा के दौरान 50 किसान भाइयों को भी सम्मानित किया गया."