रायपुर : शनिदेव की दृष्टि से हर कोई बचना चाहता है. ऐसा कहा जाता है कि शनि की दृष्टि से किसी का भी सर्वनाश हो सकता है. लेकिन यदि शनिदेव किसी से प्रसन्न हो जाए तो उसका जीवन खुशियों से भर (Method of worship of Shani Dev)जाता है. उस मनुष्य के पास दुख नहीं फटकता.आज हम आपको बताएंगे उन आदतों के बारे में जिससे शनिदेव आपसे रुष्ट हो सकते हैं. यदि सही आदतें बरकार रहीं तो समझ लीजिए कि शनिदेव की कृपा आप पर बनी हैं. लेकिन यदि आदतें बदली तो आपकी किस्मत भी बदलते देर नहीं लगेगी.
गंदगी से अप्रसन्न होते हैं शनिदेव :शनिदेव को गन्दगी बिल्कुल भी पसंद नहीं है, ख़ास तौर पर गंदे नाखून उन्हें क्रोधित करते हैं. इसलिए जो लोग समय-समय पर अपने नाखूनों की सफाई करते हैं और उसे काटते हैं. शनिदेव की कृपा उन पर हमेशा बनी रहती है. यदि आपको अपने नाखून काटने में आलस्य लगे तो समझ लीजिये ये एक संकेत है कि आपकी शनि की दशा ठीक नहीं है.
गरीबों से भेदभाव : जो लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने में पीछे नहीं हटते ऐसे लोगों से शनिदेव हमेशा प्रसन्न रहते हैं. उस व्यक्ति के घर में कभी द्ररिदता नहीं आती. इसलिए कोई भी पर्व हो या त्योहार या फिर आम दिनों में भी दान जरूर करें वहीं दूसरी ओर अगर किसी गरीब को देखकर आपका दिल पसीजता नहीं है और आप उसे नजरअंदाज कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि आपकी यह आदत शनिदेव को क्रोधित कर सकती है.
काले छाते का दान : गर्मी में धूप से बचने के लिए काले छाते का दान किसी गरीब को करने पर शनि देव आप पर मेहरबान हो जाएंगे. अगर आपकी यह आदत बरकरार है तो समझ लीजिये शनिदेव का आशीर्वाद आप पर बना हुआ है. लेकिन यही आदत अगर बदल गई है तो आपके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
जानवरों की सेवा : जानवरों की सेवा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते है, ख़ास तौर पर कुत्तों और मछलियों की. अगर प्रतिदिन आप किसी कुत्ते या फिर मछली को भोजन करा रहे हैं तो शनिदेव आपके जीवन से समस्त बाधाओं को दूर कर देंगे. इसलिए अपनी इस आदत को छूटने न दें.
नेत्रहीन की सेवा : यदि आपके परिवार में या आस पास कोई नेत्रहीन व्यक्ति है तो उसकी सेवा ज़रूर करें. नि:स्वार्थ भाव से उनकी मदद करें. अगर सड़क पर चलते हुए भी कोई दृष्टिहीन व्यक्ति आपको दिख जाए तो फौरन उसे राह दिखाने के लिए आगे बढ़ें. ऐसा करने से शनिदेव आपके उन्नति के सारे मार्ग खोल देते हैं. आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलती है. भूलकर भी नेत्रहीन लोगों को अनदेखा न करें. विकलांगों की सेवा से भी शनिदेव प्रसन्न होते है.
मेहनत और ईमानदारी : जो लोग ईमानदारी और मेहनत से आगे बढ़ते हैं. शनिदेव हमेशा उनपर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं. जिन लोगों पर शनिदेव की कृपा होती है. उन्हें बेईमानी का एक रूपया भी रास नहीं आता.
बुजुर्गों की सेवा और स्त्रियों का सम्मान :वृद्ध लोगों की सेवा और हमेशा औरत का सम्मान शनिदेव को बहुत प्रिय होते हैं. शनिदेव इनके सभी कष्ट दूर करते हैं और साथ ही अपना आशीर्वाद भी प्रदान करते हैं. किन्तु ऐसे लोग जो अपने बुजुर्ग माता-पिता का या फिर नारी का अपमान करते हो ऐसे लोगों को शनिदेव के कुप्रभाव का सामना करना पड़ता है.