रायपुर: मुंबई में अमेरिका के वाणिज्यिक दूतावास के कॉन्सल जनरल डेविड जे.रॉज ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव से चर्चा की. चर्चा कर उन्होंने प्रदेश में कोरोना की स्थिति और इसके नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी ली. अमेरिकी दूतावास के राजनीतिक-आर्थिक विभाग के अधिकारी रॉबर्ट पॉलसन होजर ने भी सिंहदेव से चर्चा कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार की तरफ से उठाए जा रहे कदमों की जानकारी ली.
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अमेरिकी कॉन्सल जनरल को बताया कि छत्तीसगढ़ में जनवरी माह से ही कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी गई थी. प्रदेश में अभी कोरोना वायरस की आरटी-पीसीआर जांच चार लैब में हो रही है. शुरूआती दौर में केवल एम्स में ही इसकी सुविधा थी. ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच के लिए पूल टेस्टिंग भी की जा रही है. राज्य शासन की तरफ से 75 हजार आरडी किट की खरीदी कर बेहतर सर्विलांस सुनिश्चित की जा रही है.
सभी विभागों से समन्वय बनाकर हो रहा काम
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी के बाद प्रदेश को ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. ज्यादा से ज्यादा संसाधन जुटाकर, सतर्कता और सावधानी से इस कठिन समय में कोरोना से पार पाने के लिए हम एकजुट होकर सभी विभागों से समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं. वहीं कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश के अनेक चिकित्सा संस्थानों में आवश्यक संसाधन जुटाकर करीब 8 हजार बेड तैयार किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित 36 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं.
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लाखों की संख्या में रोजगार के अवसर का सृजन
सिंहदेव ने बताया कि भारत सरकार से भी लगातार चर्चा और समन्वय कर प्रदेश के लिए संसाधन जुटाए जा रहे हैं. कोरोना के नियंत्रण के लिए राज्य और केंद्र सरकार एक दूसरे की मदद कर रही हैं. सिंहदेव ने बताया कि मनरेगा के साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए आजीविका संवर्धन के कार्य अभी प्राथमिकता से किए जा रहे हैं. इससे लाखों की संख्या में रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बातचीत में कहा कि अमेरिका की तरफ से किसी भी तरह के सहयोग का राज्य सरकार स्वागत करेगी.