रायपुर: प्रदेश भर में छत्तीसगढ़ के पहले त्यौहार "हरेली" को धूमधाम से मनाया जा रहा है. लेकिन सरकारी स्कूलों में हरेली तिहार नहीं मनाया गया. स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से सभी स्कूलों में हरेली तिहार मनाने के निर्देश दिए गए थे. लेकिन सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शासकीय स्कूलों में हरेली का त्यौहार नहीं मनाया गया. केंद्र के समान महंगाई भत्ते और HRA की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर हैं. जिसके चलते एक ओर जहां स्कूल में पढ़ाई प्रभावित है तो सरकारी आदेश के बाद भी स्कूलों में हरेली तिहार नहीं मनाया जा सका. स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस बार स्कूलों में हरेली त्यौहार धूमधाम से मनाए जाने के निर्देश दिए गए थे.
सरकारी स्कूलों में लगे ताले: ETV भारत ने हरेली तिहर के आयोजन को लेकर सरकारी स्कूलों का जायजा लिया. सबसे पहले टीम शासकीय प्यारेलाल हिंदू हाई स्कूल पहुंची. जहां स्कूल के मुख्य द्वार पर ही ताला लगा हुआ था. उसके बाद ईटीवी भारत की टीम जेएन पांडे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंची. यहां भी स्कूल में हरेली त्यौहार से संबंधित आयोजन नहीं हो रहा था. सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के नहीं आने के कारण कुछ दिनों से छात्रों का भी आना नहीं हो रहा है. ऐसे में शिक्षा विभाग के आदेश का पालन नहीं किया गया.
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स्कूलों में हरेली तिहार मनाने के थे निर्देश: छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोक परंपरा को सुरक्षित करने की दिशा में सरकार ने हरेली तिहार विशेष तौर पर सभी सरकारी स्कूलों में मनाने का निर्णय लिया था इस आयोजन में स्कूली बच्चों के बीच गिरी नीति प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना था. प्रदेश के सभी प्राथमिक माध्यमिक हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में विशेष तौर पर हरेली के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश थे हालांकि सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल होने के कारण सरकारी स्कूलों में किसी भी प्रकार का आयोजन नहीं हो पाया..
हड़ताल से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित: छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो गई है. सभी स्कूलों में तालाबंदी है. छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की कुल संख्या 48386 है. इन सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 39 लाख से ज्यादा है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तरह दिए और एचआरए बढ़ाने की मांग को लेकर राज्य के सरकारी कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. जिसमें सरकारी शिक्षक भी शामिल है.