रायपुर: लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होते ही प्रवासी मजदूर अपने घर वापस आने लगे हैं. जहां एक ओर सरकार सभी मजदूरों की वापसी के लिए ट्रेन की सुविधा मुहैया करा रही ह, तो वहीं दूसरी तरफ मजदूर पैदल, साइकिल और ट्रकों के सहारे अपने घर लौट रहे हैं. रायपुर से भी हर दिन कई मजदूर होकर गुजरते हैं. इन मजदूरों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े इसलिए जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी ने भोजन की व्यवस्था की है. रायपुर के टाटीबंध चौक में श्रमिकों के लिए 24 घंटे भोजन, पानी और दूध की पर्याप्त व्यवस्था की गई है.
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स्मार्ट सिटी के पीआरओ आशीष मिश्रा ने बताया कि यहां से होकर गुजरने वाले हर मजदूर को भोजन कराया जा रहा है. इस बात का विशेष रुप से ध्यान रखा जा रहा है कि किसी को कोई समस्या न हो. इसके साथ ही जो मजदूर पैदल चलकर आ रहे हैं उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था भी की जा रही है. स्मार्ट सिटी के इस काम में हीरापुर टाटीबंध गुरुद्वारा समिति के लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
सैनिटाइजर टनल की व्यवस्था
पैदल आने वाले मजदूरों के लिए बस या जो ट्रक खाली जा रहे हैं उनमें भेजने की व्यवस्था की जा रही है. टाटीबंध में रोजाना 5 हजार से ज्यादा श्रमिकों को भोजन कराया जाता है. अब तक 20 हजार से ज्यादा श्रमिकों को उनके घर बस और ट्रक के माध्यम से भेजा जा चुका है. अन्य राज्यों से आने वालों मजदूरों के लिए सैनिटाइजर टनल लगाया गया है. टनल से गुजरने के बाद मजदूरों को खाने के पैकेट दिए जाते हैं.
छत्तीसगढ़ सरकार को दे रहे धन्यवाद
जो मजदूर यहां पहुंच रहे हैं वो भोजन की पर्याप्त व्यवस्था से काफी खुश हैं. उन्हें घर भेजने के लिए जो सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. उसके लिए मजदूर सरकार को धन्यवाद भी कर रहे हैं. ETV भारत की टीम ने तेलंगाना से पैदल आ रहे मजदूर से जब बात की तो उन्होंने बताया कि उनके लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है. उन्हें निशुल्क भोजन कराया गया और अब घर छोड़ने का भी इंतजाम किया जा रहा है.