रायपुर : राजधानी सहित पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन (Chhattisgarh Staff Officers Federation) अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ( indefinite strike from august 2022 ) बैठ गए हैं. इनके हड़ताल पर चले जाने से सभी शासकीय विभागों में कामकाज पूरी तरह से ठप और बंद हो गया है. सभी विभागों के कार्यालय के दरवाजों पर ताले लटके हैं. विभागों में कामकाज बंद होने के कारण आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. कुछ लोगों को कर्मचारियों के हड़ताल की जानकारी नहीं थी और जो लोग हड़ताल के बारे में जान रहे थे उनको यह नहीं पता था कि ऑफिस पूरी तरह से बंद (demand HRA and DA effects in Raipur) रहेंगे.
क्यों हो रही है हड़ताल : छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदेश भर के लगभग 4 लाख कर्मचारी और अधिकारियों की 2 सूत्रीय मांग है. वे केंद्र के समान महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. स्वास्थ्य विभाग में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं पूरी तरह से बाधित हो गई (Effect of officer employee strike in Chhattisgarh) हैं.
कितने संगठनों का मिला समर्थन : इस हड़ताल को 95 संगठनों का समर्थन मिलने का दावा पदाधिकारी कर रहे हैं. लगभग 5 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं. दो सूत्रीय मांगों में केंद्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एरियर्स सहित और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता देने की मांग शामिल है. सरकार ने सिर्फ 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया, जबकि कर्मचारी 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एरियर्स सहित मांग कर रहे हैं.