रायपुर : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि " ईडी और सीबीआई को भाजपा ने गठित नहीं किया है। ईडी और सीबीआई को डराने के लिए नहीं बनाया गया है. ईडी और सीबीआई पहले देश में काम कर रही थी. जब कांग्रेस की सरकार लंबे समय तक रही है मैं पूछना चाहता हूं क्या उस समय यदि काम नहीं कर रही थी. जब उस समय भी अपना काम कर रही थी तो आज जो कांग्रेस बयान बाजी कर रहा है वह उस समय क्यों नहीं कर रहा था. आज जब ईडी अपना काम कर रही है तो कांग्रेस को आपत्ति क्यों हो रही है. मतलब जब आप सरकार में थे तब आपने ईडी का उपयोग दूसरे काम के लिए किया था. इसलिए अब आपको डर लग रहा है कि ईडी का उपयोग किसी और काम के लिए किया जा रहा है. ईडी और सीबीआई स्वतंत्र एजेंसी है , और संवैधानिक संस्था है। ऐसे संस्थाओं को बदनाम करने की कांग्रेस की आदत है.
विक्रम मंडावी की मान्यता निरस्त करने की मांग : बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी का एक वीडियो तेजी से वायरल (Bijapur MLA Vikram Mandavi viral video) हो रहा है जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष ने विक्रम मंडावी की मान्यता को निरस्त करने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा " जिस प्रकार से वीडियो में विक्रम मंडावी सभा में बात कर रहे है "सरकारी संपत्ति जलाई जाए , रेल जलाई जाए" , क्या कांग्रेस यही सत्याग्रह कर रही है , यही आंदोलन कर रही है. जिस तरह से बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी का बयान आया है यह राष्ट्रीय पार्टी का चरित्र नहीं है इसलिए उनके मान्यता को निरस्त करने की मांग करता हूं मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं क्या मुख्यमंत्री ने यही 3 दिन का प्रशिक्षण दिया है। राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान कर लोगों और युवाओं में भ्रम फैलाए. लोगों को ट्रेनों में बसों में आग लगाने का प्रशिक्षण दें. आज कांग्रेस के सत्याग्रह उजागर हुआ है.देश की संपत्ति का जितना भी नुकसान हुआ है उसे कांग्रेस से वसूल करना चाहिए. जिस तरह से बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी का बयान आया है यह राष्ट्रीय पार्टी का चरित्र नहीं है इसलिए उनके मान्यता को निरस्त करने की मांग करता (Demand for cancellation of recognition of Bijapur MLA Vikram Mandavi) हूं."
शिवसेना की मामला उनका आंतरिक : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा " 75 मैं इमरजेंसी किस पार्टी के द्वारा लगाई गई थी. उस समय लोकतंत्र की हत्या किसने की.बीजेपी सरकार गिराई गई तो क्या यह उचित था. महाराष्ट्र सरकार गिराने यह नहीं गिराने से भाजपा का दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. ये शिवसेना का अंदरूनी मामला है. महाराष्ट्र में जब चुनाव हुआ तब बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को वहां की जनता ने वोट दिया था. लेकिन बीजेपी की सरकार ना बने इसके लिए शिवसेना ने हथकंडा अपनाया था। आज जो हो रहा है वह सबके सामने (Dharamlals statement on Maharashtra politics) है.