रायपुर : छ्त्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस के प्रदर्शन पर हमला बोला है. कौशिक ने विधानसभा सत्र , सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन , ईडी की कार्रवाई जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सीएम पर हिंदी को दबाकर अंग्रेजी को प्रोत्साहित करने का आरोप भी लगाया(Dharamlal Kaushik allegation on Congress in Raipur) है.
''विधानसभा सत्र हो लंबा'' : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) ने कहा कि " जुलाई में विधानसभा सत्र होना है. छत्तीसगढ़ में लगातार कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विधानसभा सत्र में कटौती की जा रही है. पिछला बजट सत्र जब से छत्तीसगढ़ बना उसके बाद से सबसे छोटा सत्र रहा है. मुख्यमंत्री से अनुरोध करना चाहूंगा कि यह सत्र बड़ा हो जिससे इस सत्र में विधानसभा में सारे विषय आए. खाद की समस्या , कानून व्यवस्था ऐसे तमाम मुद्दे हैं जिस पर चर्चा हो नहीं पाती. अगर इस सत्र की अवधि थोड़ी बढ़ेगी तो सबको सामान्य अवसर मिलेगा.''
सीएम को बताया इंग्लिश प्रेमी : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा " प्रदेश में लगातार शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है. एक बार मुख्यमंत्री (Chief Minister Bhupesh Baghel) खुद स्कूल जाकर बच्चों से मिले उनसे बात करें तो उन्हें पता चलेगा कि बच्चों का परसेंटेज कितना है. मुख्यमंत्री सिर्फ स्वामी आत्मानंद स्कूलों में जाते हैं एक बार वह हिंदी मीडियम स्कूल में भी जाकर देखें.'' धरमलाल कौशिक ने सीएम पर हिंदी को दबाकर अंग्रेजी को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है. धरमलाल कौशिक ने कहा " मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को हिंदी मीडियम स्कूल में जाकर देखना चाहिए कि शिक्षा का स्तर वहां पर कैसा है. देश में छत्तीसगढ़ का शिक्षा स्तर लगातार गिरता चला जा रहा है और उसकी वजह सरकार की शिक्षा को लेकर नीतियां हैं "
सफाई कर्मचारियों पर दिया बयान : धरमलाल कौशिक ने कहा " सफाई कर्मचारी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात मेरी भी हुई है. प्रतिनिधि मंडल ने सामूहिक इस्तीफे की पेशकश की है जो कि उनकी मजबूरी है. सरकार ने प्रदेश भर में बहुत सारी घोषणाएं की है. लेकिन घोषणा करने के बाद में सरकार उसे पूरा नहीं कर पा रही है. सफाई कर्मचारियों के साथ में करो या मरो की स्थिति बन गई है"
बोरवेल के मामले में जांच हो जरुरी : धरमलाल कौशिक ने कहा " जांजगीर-चांपा जिले के पिरहिद गांव के बोरवेल में राहुल को बचा लिया गया है और अभी उसका इलाज किया जा रहा है. बोरवेल में फंसने की घटना जो हुई है वह देश की पहली घटना नहीं है. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है इसकी जांच होनी चाहिए. आखिर राहुल बोर में क्यों फसा इसका कारण क्या है इसका पता लगाकर इसकी जांच के निर्देश जारी करने की आवश्यकता है. भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो और इसको रोका जा सके इसके लिए इस पर जांच की आवश्यकता है.
धार्मिक भावनाओं को भड़काने वालों पर हो कार्रवाई : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा " कांग्रेस सरकार बनने के बाद में धर्म संप्रदाय से रिलेटेड घटनाएं प्रदेश में बढ़ रहे है. कुछ दिनों पहले बस्तर में मूर्तियों को तोड़ने की घटना सामने आई थी. प्रदेश में इस प्रकार से अनेक जगहों पर मूर्तियां तोड़ी जा रही है. हिंदू धर्म और सनातन धर्म को नीचा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार इस पर तत्काल इंक्वायरी करें और जो यह कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें.अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में जब समाज के द्वारा प्रतिकार किया जाएगा. तो प्रदेश में स्थिति खराब हो सकती (Dharamlal Kaushik raised questions on law and order) है.प्रदेश में स्थिति खराब ना हो उसके लिए प्रदेश सरकार को जरूरी है कि सही समय पर असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करें."
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ई़डी का विरोध करना गलत : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा " कांग्रेसी ईडी पर दबाव बनाने और केंद्र सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रही है. ईडी एक संवैधानिक संस्था है और उसके द्वारा जांच की जा रही है. कांग्रेस को विचलित होने की आवश्यकता नहीं है.कानून किसी के लिए छोटा या बड़ा नही होता है. कानून सबके लिए एक है. जब कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी तभी भी ईडी काम कर रही (Congress accused of pressurizing ED)थी. एक प्रकार से ईडी के जांच को प्रभावित करने और रोकने का काम कांग्रेस की सरकार कर रही है. "