रायपुर: राष्ट्रपति चुनाव में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की दो क्रॉस वोटिंग हुई है. कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को छत्तीसगढ़ से 9 हजार 159 वोट मिलने चाहिए थे.लेकिन उन्हें सिर्फ 69 विधायकों के 8 हजार 901 वोट मिले. जबकि NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को 2 हजार 709 वोट मिले. यानी विपक्ष के विधायकों के वोटों से 2 और ज्यादा विधायकों के वोट मिले. संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मतदाताओं से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का आग्रह किया था. लेकिन यह आग्रह एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के पक्ष में गया. ( Cross voting from Chhattisgarh in presidential election 2022)
ऐसे समझिए गणित: छत्तीसगढ़ में 90 विधायक हैं. इसमें अकेले कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं. भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के तीन और बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायकों को मिलाकर विपक्ष के वोटों की संख्या 19 होती है. राष्ट्रपति चुनाव के फार्मुले के मुताबिक यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 129 होता है. इस चुनाव में कांग्रेस ने यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था. भाजपा, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा ने द्रोपदी मुर्मू का समर्थन किया था. इस हिसाब से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 9 हजार 159 वोट मिलने चाहिए थे. द्रोपदी मुर्मू को केवल 2 हजार 451 वोट मिलने थे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. गुरुवार को मतगणना पूरी हुई तो सामने आया कि द्रोपदी मुर्मू को 2 हजार 709 वोट यानी 21 विधायकाें का समर्थन मिला.यशवंत सिन्हा को 8 हजार 901 वोट यानी केवल 69 विधायकों का समर्थन मिला. क्रॉस वोटिंग की बदौलत द्रोपदी मुर्मू को विपक्ष के सभी 19 विधायकों के अलावा सत्ताधारी कांग्रेस के भी दो विधायकों का वोट मिल गया है.
केंद्रीय मंत्री ने भूपेश बघेल को पत्र लिखकर इस बात की अपील की
रेणुका सिंह ने मरकाम और फूलो देवी नेताम को लिखा था पत्र: राष्ट्रपति चुनाव से पहले केंद्रीय जनजाति कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम को पत्र लिखकर राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी. (Renuka Singh wrote letter to Bhupesh Baghel )