रायपुर : खैरागढ़ विधानसभा के उप निर्वाचन में कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से जीत मिली है. इस जीत पर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट करते हुए सीएम ने कहा है कि खैरागढ़ के लोगों ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों और कार्यक्रमों के प्रति एक बार फिर से अपना विश्वास जताया (Bhupesh statement on the victory of Khairagarh ) है. मुख्यमंत्री भपेश बघेल ने कहा कि पिछली सरकार ने 9 जिले बनाए थे, लेकिन उन्हें वर्ष 2018 के आम चुनाव में केवल मुंगेली को छोड़कर 8 जिलों में करारी हार का सामना करना पड़ा था.
जिला बनाने से नहीं मिलती जीत : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार की न्याय योजनाओं जैसे राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, लघु वनोपजों की खरीदी और वैल्यू एडीशन, तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ाकर 4 हजार रूपए करने जैसी योजनाओं से लोगों को सीधा फायदा मिला है. राज्य सरकार किसानों की कर्जमाफी और किसानों को धान का 2500 रूपए प्रति क्विंटल मूल्य दिलाने के वायदे पर भी खरी उतरी है. केवल जिला बनाने भर से जीत नहीं मिलती है. एक बार फिर जनता ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) की सरकार और उनकी नीतियों पर विश्वास जताते हुए भारी समर्थन दिया है.
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चार उपचुनाव जीतने वाले पहले सीएम : गौरतलब है कि सवा तीन साल में चारों उप चुनाव जीतने वाले भूपेेश बघेल पहले मुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उपस्थित होकर कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा का नामांकन दाखिल कराया था और लगातार 6 दिन क्षेत्र का धुआंधार दौरा कर 27 आम सभाओं को सम्बोधित किया था. वर्ष 2018 के चुनाव में जहां कांग्रेस के प्रत्याशी को 30 हजार कम वोट मिले थे, वहीं इस बार कांग्रेस प्रत्याशी ने 30 हजार वोटों का अन्तर पाटते हुए 20 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है. इस तरह इस बार कांग्रेस को करीब 50 हजार ज्यादा मत मिले हैं और 10 में से 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई है.