गरियाबंद: जिले के फिंगेश्वर विकासखंड के तरीघाट गांव में सार्वजनिक उपयोग के गौठान के लिए आरक्षित की गई सरकारी जमीन पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया था, जिसे शनिवार को SDM और राजस्व विभाग की टीम ने खाली कराया है. टीम ने दबंगों द्वारा लगाई गई खड़ी फसल को मवेशियों से चरवा दिया है. पुलिस और राजस्व विभाग के अमले ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर यह कार्रवाई की है.
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कब्जा कोई नई बात नहीं है. अक्सर लोग खाली पड़ी शासकीय जमीन को हड़पने की फिराक में रहते है. वहीं एक बार कब्जा हो जाने के बाद फिर खाली करने में बड़ी परेशानी खड़ी करते है. ऐसा ही एक मामला राजिम अनुविभाग में सामने आया है. मामला तर्रीघाट पंचायत क्षेत्र का है.
SDM ने दी जानकारी
SDM ने बताया कि शनिवार को जिले के राजस्व अमले ने तर्रीघाट के 4 एकड़ भूमि को खाली कराया है. उन्होंने बताया कि गांव के ही 3 दबंगों ने इस शासकीय जमीन पर कब्जा कर लिया था. जिन्हें कब्जा हटाने के लिए दो महीने पहले नोटिस दिया था, नोटिस मिलने के बाद भी कब्जाधारियों ने कब्जा नहीं हटाया. जिसके बाद शनिवार को राजस्व अमले ने गांव पहुंचकर कब्जे को हटवाया.
गौठान के लिए आरक्षित थी जमीन
राजस्व अमले के निर्देश पर खेत में लगी फसल को मवेशियों के हवाले कर दिया गया, यानी कि फसल में मवेशियों को चरने के लिए छोड़ दिया गया. ग्रामीणों के मुताबिक कब्जा किए गए जमीन को गौठान के नाम से आरक्षित रखा गया था, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने इस पर कब्जा कर लिया था. जिसे लेकर शनिवार को नायब तहसीलदार अंकुर रात्रे और राजिम पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मौजूदगी में कब्जा हटाने की कार्रवाई की.
कटघोरा SDM ने कब्जे पर चलवाया बुलडोजर
वहीं ऐसा ही कुछ मामला 14 सितंबर को कोरबा से सामने आया था. बता दें कि जिले के कटघोरा तहसील अंतर्गत केंदईखार बस्ती के पास केसी जैन मार्ग से लगे हुए सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे को प्रशासन ने हटा दिया है. इस रास्ते में बड़े पैमाने पर लोगों ने बाउंड्रीवॉल कर कब्जा कर रखा था. प्रशासन के बार-बार समझाने के बाद भी कब्जा नहीं हटाने पर रविवार को एसडीएम ने पूरे दलबल के साथ पहुंचकर बाउंड्री वॉल पर बुलडोजर चलवा दिया.