महासमुंद : धान खरीदी 1 नवंबर से प्रारंभ होने की जानकारी होने के बाद अब किसान एक-एक दाना धान खरीदी की मांग को लेकर लामबंद हो गए (Mahasamund latest news ) हैं.इसके अलावा किसान भाजपा शासनकाल के दो साल के बोनस की मांग भी कर रहे (Mahasamund farmers demands government ) हैं.इसी कडी मे तेंदुकोना क्षेत्र के आठ गांव के किसानों ने इन्हीं दो मांगाे को लेकर कलेक्टोरेट का घेराव कर नारेबाजी की.साथ ही किसानों ने क्षेत्र में नकली दवाईयेां की बिक्री रोकने व सिकासेर बांध से किसानों को पानी दिए जाने की मांग भी की.किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन (make complete purchase of paddy ) सौपा.
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ग्रामीण किसानों में धनंजय साहू और रवि फदौरिया ने बताया कि '' हर साल प्रति एक एकड़ में 22 से 25 क्विंटल धान की पैदावार होती है, लेकिन शासन प्रति एकड 14.80 क्विंटल धान खरीदती है. इसके बाद शेष धान को हम लोग औने-पौने दाम में कोचियों और मिलरों को बेचने को मजबूर हैं.जिसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.वर्तमान की सरकार ने पूर्व में किसानों का एक-एक दाना धान खरीदी करने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया था. वहीं बीजेपी शासन काल के शेष दो साल का बोनस भी देने की बात कहीं थी, लेकिन आज तक दो साल का बकाया बोनस राशि नहीं मिला है. मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग कर रहे है कि वे एक-एक दाना धान खरीदे, दो साल का बोनस दे, सिकासेर बांध से बागबाहरा क्षेत्र के किसानों को पानी पहुंचाने की व्यवस्था करें और नकली दवाईयों की बिक्री पर रोक लगाएं.