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कोरबा में अटका-लटका विकास, अधूरे हैं 134 करोड़ के पुल-पुलिया !

bridge culvert work is incomplete in korba: कोरबा में करोड़ों रुपयों की लागत से बन रहे पुल पुलिया का काम आज भी अधूरा है. कई पुल तो ऐसे हैं, जिनका निर्माण कार्य पांच साल पहले शुरू हुआ था. लेकिन आज भी वो लोकार्पण के इंतजार में हैं.

bridge culvert work is incomplete in korba
कोरबा में कई पुलों का काम अधूरा
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Published : Jun 7, 2022, 1:00 PM IST

Updated : Jun 7, 2022, 5:40 PM IST

कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सेतु निगम के साथ ही जल संसाधन विभाग की तरफ से निर्माणाधीन 134 करोड़ के 21 छोटे बड़े पुल अधूरे हैं. इन सभी का निर्माण अलग-अलग विभाग करवा रहे हैं, लेकिन निर्धारित समय सीमा के भीतर किसी भी पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. आने वाले समय में जब बरसात होगी, तब पुलों के अधूरे रहने के कारण लोग एक बार फिर परेशान होंगे.

(bridge culvert work is incomplete in korba)

कोरबा में कई पुलों का काम अधूरा
अतिरिक्त समय देने के बाद भी लटके काम:
कोरोना के प्रकोप के कारण लॉकडाउन में कई जरूरी काम नहीं हो पाये. पुल-पुलिया और सिविल का काम भी इस दौरान ठप रहा. सरकार ने इनके निर्माण के लिए एक साल का अतिरिक्त समय दिया. बावजूद इसके निर्माण एजेंसियों ने समय रहते काम पूरा नहीं किया. निर्माण कार्यों की प्रगति पर सबसे बुरी स्थिति हसदेव दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल की है. इस पुल का निर्माण पिछले 5 सालों से हो रहा है. यह पुल अब भी अधूरा है.

दर्री बराज पुल से ढाई लाख की आबादी को फायदा : दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल से शहर के पश्चिम क्षेत्र के निवासियों को फायदा होगा. वर्तमान में दर्री बराज की सड़क को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया है. यदि समय रहते इसके समानांतर बनाए जा रहे पुल का काम पूरा कर लिया होता तो वर्तमान में यह एक बड़ी सुविधा होती. लेकिन इसका निर्माण अब भी अधूरा है. जबकि दर्री बराज के पास ही सर्वेश्वर एनीकट का काम पिछले साल पूरा कर लिया गया था. एनीकट के अस्तित्व में आते ही निर्माणाधीन पुल का काम काफी समय तक बंद रहा. पानी भर जाने की वजह से भी पुल का काम प्रभावित हुआ.

NTPC की राखड़ के कारण कहीं कई जिंदगियां ना हो जाए राख !

सड़कें खस्ताहाल और पुल अधूरे : बरसात के पहले सड़क निर्माण का काम भी पूरा नहीं हो सका है. जिसके कारण सड़कों से सफर करना भी कठिनाइयों भरा होगा. कोरबा कटघोरा मार्ग पर जेलगांव से गोपालपुर के बीच सड़क जर्जर है. चांपा मार्ग पर फरसवानी से आगे की सड़कें बेहद जर्जर हैं. कई सड़क निर्माण अधूरे हैं.

इन बड़े पुलों का काम अधूरा : दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल के साथ ही कोरबा से जांजगीर व बिलासपुर मार्ग जोड़ने के लिए कनकी के निकट 4 करोड़ की लागत वाले पुल का निर्माण अधूरा है. उरगा में रेलवे ओवरब्रिज का काम भी काफी दिनों से लटका हुआ है. यहां भूमि अधिग्रहण के कारण पेंच फंसा हुआ है. इसी तरह कटघोरा दीपका मार्ग में बन रहे पुल का काम शुरू तो हुआ, लेकिन बारिश के पहले इसका काम पूरा नहीं हो सका है. जबकि छुरी में झोरा पुल का काम भी अधूरा है. इसकी स्वीकृति भी 2 साल पहले हो चुकी है. जिसका निर्माण 24 करोड़ की लागत से 2 साल में पूरा किए जाने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है.

जल्द कराए जाएंगे निर्माण : सेतु निगम के एसडीओ अक्षय जैन (Akshay Jain SDO of Korba Setu Corporation ) का कहना है कि "पुलों का निर्माण जारी है. बीच-बीच में कुछ अड़चनों के कारण काम प्रभावित जरूर हुआ. लेकिन फिलहाल काम चल रहा है, जिसे जल्द से जल्द पूरा किए जाने का प्रयास जारी है".

कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सेतु निगम के साथ ही जल संसाधन विभाग की तरफ से निर्माणाधीन 134 करोड़ के 21 छोटे बड़े पुल अधूरे हैं. इन सभी का निर्माण अलग-अलग विभाग करवा रहे हैं, लेकिन निर्धारित समय सीमा के भीतर किसी भी पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. आने वाले समय में जब बरसात होगी, तब पुलों के अधूरे रहने के कारण लोग एक बार फिर परेशान होंगे.

(bridge culvert work is incomplete in korba)

कोरबा में कई पुलों का काम अधूरा
अतिरिक्त समय देने के बाद भी लटके काम: कोरोना के प्रकोप के कारण लॉकडाउन में कई जरूरी काम नहीं हो पाये. पुल-पुलिया और सिविल का काम भी इस दौरान ठप रहा. सरकार ने इनके निर्माण के लिए एक साल का अतिरिक्त समय दिया. बावजूद इसके निर्माण एजेंसियों ने समय रहते काम पूरा नहीं किया. निर्माण कार्यों की प्रगति पर सबसे बुरी स्थिति हसदेव दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल की है. इस पुल का निर्माण पिछले 5 सालों से हो रहा है. यह पुल अब भी अधूरा है.

दर्री बराज पुल से ढाई लाख की आबादी को फायदा : दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल से शहर के पश्चिम क्षेत्र के निवासियों को फायदा होगा. वर्तमान में दर्री बराज की सड़क को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया है. यदि समय रहते इसके समानांतर बनाए जा रहे पुल का काम पूरा कर लिया होता तो वर्तमान में यह एक बड़ी सुविधा होती. लेकिन इसका निर्माण अब भी अधूरा है. जबकि दर्री बराज के पास ही सर्वेश्वर एनीकट का काम पिछले साल पूरा कर लिया गया था. एनीकट के अस्तित्व में आते ही निर्माणाधीन पुल का काम काफी समय तक बंद रहा. पानी भर जाने की वजह से भी पुल का काम प्रभावित हुआ.

NTPC की राखड़ के कारण कहीं कई जिंदगियां ना हो जाए राख !

सड़कें खस्ताहाल और पुल अधूरे : बरसात के पहले सड़क निर्माण का काम भी पूरा नहीं हो सका है. जिसके कारण सड़कों से सफर करना भी कठिनाइयों भरा होगा. कोरबा कटघोरा मार्ग पर जेलगांव से गोपालपुर के बीच सड़क जर्जर है. चांपा मार्ग पर फरसवानी से आगे की सड़कें बेहद जर्जर हैं. कई सड़क निर्माण अधूरे हैं.

इन बड़े पुलों का काम अधूरा : दर्री बराज के समानांतर बन रहे पुल के साथ ही कोरबा से जांजगीर व बिलासपुर मार्ग जोड़ने के लिए कनकी के निकट 4 करोड़ की लागत वाले पुल का निर्माण अधूरा है. उरगा में रेलवे ओवरब्रिज का काम भी काफी दिनों से लटका हुआ है. यहां भूमि अधिग्रहण के कारण पेंच फंसा हुआ है. इसी तरह कटघोरा दीपका मार्ग में बन रहे पुल का काम शुरू तो हुआ, लेकिन बारिश के पहले इसका काम पूरा नहीं हो सका है. जबकि छुरी में झोरा पुल का काम भी अधूरा है. इसकी स्वीकृति भी 2 साल पहले हो चुकी है. जिसका निर्माण 24 करोड़ की लागत से 2 साल में पूरा किए जाने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है.

जल्द कराए जाएंगे निर्माण : सेतु निगम के एसडीओ अक्षय जैन (Akshay Jain SDO of Korba Setu Corporation ) का कहना है कि "पुलों का निर्माण जारी है. बीच-बीच में कुछ अड़चनों के कारण काम प्रभावित जरूर हुआ. लेकिन फिलहाल काम चल रहा है, जिसे जल्द से जल्द पूरा किए जाने का प्रयास जारी है".

Last Updated : Jun 7, 2022, 5:40 PM IST
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