कवर्धा: विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने झंडा विवाद के दोषियों को सजा और न्यायिक जांच की मांग को लेकर रैली निकाली. कार्यकर्ताओं ने जोराताल गांव चौक के रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे 30 पर चक्काजाम किया. रैली में सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह समेत बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए.
विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad ) की विरोध रैली में सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह (Bjp )ने झंडा विवाद (flag dispute ) में शामिल दोषियों पर कारवाई की मांग की. साथ ही पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए. बीजेपी नेताओं ने कहा कि जिस दौरान दो पक्षों में मारपीट हुई अगर तत्काल पुलिस कार्रवाई करती तो आज शहर वासियों को इतना मुश्किल नहीं झेलनी पड़ती. पुलिस की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. नेताओं ने आरोप लगाया कि ADG व चार जिलों की पुलिस मौजूद होने के बाद भी शहर में प्रदर्शन जारी है. पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है.
दोपहर में बड़ी संख्या में लोगों ने बस्तियों और कॉलोनियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. बाहर खड़ी बाइक, कार और ठेलों को भी तोड़ा गया. जिसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया. शहर में 24 घंटे के लिए कर्फ्यू लगाया गया है. जिला प्रशासन ने लोगों से घर में ही रहने की अपील की है.
बवाल के बाद दूसरे दिन भी कवर्धा में तनावपूर्ण माहौल, कलेक्टर ले रहे सभी विभागों की बैठक
ये है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला कवर्धा सिटी कोतवाली अंतर्गत लोहारा नाका का है. जहां त्यौहारी सीजन के चलते दो अलग-अलग समुदाय के लोग चौक- चौराहे को सजा रहे है. इसी दौरान शहर के लोहारा नाका चौक के डिवाइडर में अपना-अपना हक जताने और झंडा लगाने की बात को लेकर दो पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई. देखते ही देखते बहस मारपीट में बदल गई. जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे. इसी दौरान भीड़ में से किसी ने पत्थर फेंक दिया. जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया. पत्थरबाजी करने पक्षों को पुलिस ने थाने से खदेड़ दिया. लेकिन इसी दौरान 2 से 3 सौ की भीड़ ने रास्ते में दुकानों में तोड़फोड़ कर लोगों को पीटना शुरू कर दिया. मामले को बिगड़ता देख दुर्ग IG कवर्धा पहुंचे. चार जिलों से पुलिस बल बुलाकर माहौल शांत कराया गया.