जगदलपुरः शासन-प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी के शिकार होकर अपने ही घर से बेदखल हुए आदिवासियों (tribals) ने आज बस्तर मुख्यालय (Bastar Headquarters) जगदलपुर पहुंचकर प्रेसवार्ता किया. पीड़ित आदिवासियों ने जिम्मेदारों से न्याय की मांग (seeking justice) की है. दंतेवाड़ा के काकोड़ी ग्राम पंचायत में धर्म परिवर्तन (Religion change) के नाम पर ग्राम पंचायत के लोगों ने हिंदू धर्म (Hindu Religion) में शामिल होने की बात कहते हुए विशेष धर्म को छोड़ने की धमकी दी है.
इस धमकी पर समाज के लोगों के द्वारा राजी नहीं होने पर उनसे मारपीट की गई. उन्हें परिवार समेत गांव छोड़ने का फरमान जारी किया गया. जिसके बाद पीड़ित लोगों के द्वारा कटेकल्याण थाने में मामले की शिकायत की गई. पुलिस-प्रशासन भी इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया है. जिसके बाद ग्रामीण मारपीट व हत्या (assault and murder) के डर से गांव छोड़ने को मजबूर हो गए हैं.
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न्याय की मांग
बीते 1 सप्ताह से अपने घर से बेदखल हुए ग्रामीणों को न्याय नहीं मिलने के बाद आज संभाग मुख्यालय पहुंच कर न्याय की मांग की. ग्राम पंचायत के इस हरकत के बाद से सभी 15 परिवार दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं. बीते 1 सप्ताह से वह बस्तर जिले के मडवा गांव में डर से छिपे हुए थे. जिसके बाद आज पत्रकारों से रूबरू होते हुए अपनी पूरी आपबीती सुनाई.