भिलाई : छावनी पुलिस (Bhilai Cantonment police station ) ने एक परिवार के तीन लोगों के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला सामने आया (Fraud case registered in Bhilai ) है. आरोपियों के नाम पर तीन ट्रकें हैं. जिन्हें उन्होंने किस्त पर खरीदा था. लेकिन तीनों नियमित रूप से किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे. आरोपियों ने इस दौरान ट्रांसपोर्ट संचालक से मदद मांगी. उन्होंने कहा कि वो गाड़ियों की किस्त जमा कर के गाड़ियों को अपने काम में लगा ले. वे पैसे लौटाकर गाड़ियों को वापस ले लेंगे और यदि रुपये नहीं लौटा सके तो गाड़ियों का पंजीयन करवा (Bhilai Crime news ) देंगे.
भरोसे में दिया दगा :पूर्व परिचित होने के कारण शिकायतकर्ता ने आरोपितों को छह लाख 135 हजार रुपये दिए. रुपये लेने के बाद आरोपितों ने न तो रुपए लौटाए और न ही गाड़ियां दी. आरोपियों ने दो चेक भी दिए थे. लेकिन बैंक में पर्याप्त रुपये न होने के कारण वे चेक भी बाउंस हो गए. जिसके बाद पीड़ित ने छावनी थाना में शिकायत की. जिसके आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
क्या है पूरा मामला : पुलिस ने बताया कि शीतला मंदिर के पास कैंप-2 नंदिनी रोड निवासी उमेश मिश्रा की शिकायत पर सेक्टर-3 निवासी आरोपित अजय सिंह, उसकी पत्नी सुमन सिंह और बेटे शुभम सिंह के खिलाफ अमानत में खयानत की धारा के तहत प्राथमकी की है. पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ठेकेदारी और ट्रांसपोर्टिंग का काम करता है. तीनों आरोपित पूर्व में शिकायतकर्ता के यहां ही किराये पर रहते थे. इस कारण से उनकी पहले से पहचान थी. तीनों ने तीन ट्रक बैंक से फाइनेंस कराया था. लेकिन वे उसकी किस्त नहीं जमा कर पा रहे थे. उन्होंने दिसंबर 2021 में शिकायतकर्ता से मुलाकात की और कहा कि वो तीनों गाड़ियों की किस्त जमा कर के गाड़ियों को बैंक से छुड़वाकर से अपने काम में इस्तेमाल कर ले. वे पैसों को देकर गाड़ियों को वापस ले लेंगे. यदि पैसे नहीं चुका पाए तो गाड़ियों का पंजीयन उसके नाम पर करवा देंगे.
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आरोपियों ने नहीं करवाया पंजीयन : आरोपियों पर भरोसा करके शिकायतकर्ता ने 22 दिसंबर 2021 को तीन लाख 65 हजार और तीन लाख 20 हजार रुपये तीनों को दिए. दोनों पक्षों के बीच इस संबंध में एक इकरारनामा भी तैयार किया गया. जिसमें आरोपियों ने 15 जनवरी 2022 तक रुपए वापस लौटाने की बात लिखी थी. लेकिन रुपये लेने के बाद आरोपियों ने न तो गाड़ी दी और न ही रुपये लौटाए. इसके बाद ये मामला पुलिस तक पहुंचा. जिस पर पुलिस ने आरोपी अजय सिंह, उसकी पत्नी सुमन सिंह और बेटे शुभम सिंह के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है.