दुर्ग: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्गवासियों को हरेली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए बड़ी सौगात दी. जिले में अपेक्षाकृत कम बारिश होने के कारण सीएम ने सिंचाई के लिए तांदुला जलाशयों के गेट खोलने के निर्देश दे दिए हैं. इससे किसानों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी.
दुर्ग में गौमूत्र खरीदी योजना का शुभारंभ: गुरुवार को गोधन न्याय योजना का विस्तार करते हुए हरेली तिहार (Hareli Tihar ) पर गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ किया गया. दुर्ग जिले में पाटन विधानसभा के ग्राम करसा में सीएम बघेल ने इसकी शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने इस योजना को काफी महत्वकांक्षी बताया. उन्होंने कहा कि किसान गोबर का विक्रय करते आये थे अब गोमूत्र भी बेचने से उनकी आय में इजाफा होने से पशुधन विकास के कार्य को बढ़ावा मिलेगा. (cow urine purchase scheme on Hareli Tihar in Durg )
गोबर के साथ गोमूत्र बेचने से होगी दोगुनी आय: प्रदेश में अब हर गांव के पशुपालक चार रुपये प्रति लीटर में गोमूत्र बेच सकेंगे. हरेली तिहार के मौके पर होने वाली इस खरीदी से प्रदेश के गौवंशपालकों को आर्थिक रूप से बड़ी मजबूती मिलेगी. अब तक किसान गोबर बेचकर पैसे कमाते थे लेकिन अब गौमूत्र बेचने से उन्हें दोगुनी आय होगी. पशुधन विकास के कार्य को बढ़ावा मिलेगा. हरेली के अवसर पर ग्राम करसा में उत्सव जैसा माहौल बना हुआ था. मुख्यमंत्री आयोजन स्थल के पास पूजास्थल बैलगाड़ी से पहुंचे. कृषि उपकरणों की विधिविधान से पूजा अर्चना की. इसके बाद पारंपरिक गेड़ी खेल का भी लुत्फ उठाया. उन्होंने गेड़ी चढ़कर हरेली पर्व का उत्साह मनाया. इस मौके पर गेड़ी रेस, भौंरा, पिट्ठूल, कंचा, पतंग, गोली चम्मच, खोखो, रस्सा खींच, तिग्गा गोटी और गिल्ली डंडा जैसे खेलों का आयोजन भी किया गया.